जयपुर: जयपुर नगर निगम हेरिटेज में मेयर और एडिशनल कमिश्नर के बीच का विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। एडिशनल कमिश्नर राजेन्द्र वर्मा के FIR दर्ज कराने के बाद मेयर मुनेश गुर्जर और कांग्रेस पार्षदों ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। कांग्रेसी पार्षदों के साथ बैठक के बाद मेयर मुनेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि पार्षदों को टारगेट करना राजेन्द्र वर्मा की सोची समझी साजिश है। इसलिए मैं चाहती हूं कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो। ताकि वर्मा के घोटालों की पोल खुले और उनकी असलियत का सभी को पता चल सके।
मेयर ने कहा मैंने इसकी जानकारी स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल तक पंहुचा दी है। जिसके बाद उन्होंने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। मुझे उम्मीद है कि जांच में नगर निगम में हुए भ्रष्टाचार के कारणों का पता चलेगा। इसके साथ ही दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही स्वायत्त शासन मंत्री इस मामले की जानकारी मुख्यमंत्री तक भी पहुंचाएंगे। जहां से हमें निष्पक्ष न्याय की पूरी उम्मीद है।
मेयर मुनेश गुर्जर ने कहा कि राजेन्द्र वर्मा के आने के बाद नगर निगम की व्यवस्था बद से बदतर हो चुकी है, मानसून दस्तक दे चुका है। लेकिन, अब तक नाला सफाई जैसा काम भी पूरा नहीं हुआ है। वर्मा धरातल पर काम करना ही नहीं चाहते थे।बल्कि, वह सिर्फ कुर्सी पर बैठकर फाइलों को रोक भ्रष्टाचार करना चाहते हैं। इसलिए हमें उनके खिलाफ लड़ाई लड़नी पड़ रही है। क्योंकि जनता ने हमें चुन कर भेजा है। ताकि हम जनता की समस्याओं का समाधान कर सकें।