जयपुर। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम एवं जलदाय डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा है कि राज्य में पाईपलाइन से घरेलू गैस वितरण कार्य को गति देने के लिए संबंधित विभागों के बीच समन्वय स्थापित किया जाएगा। ताकि राज्य में पीएनजी से घरेलू गैस वितरण कार्य में जुटी गैस कंपनियों द्वारा आधारभूत संरचना विकसित करने के कार्य में बिना किसी अवरोध के तेजी आ सके। उन्होेंने बताया कि जयपुर शहर में पाईपलाइन से घरेलू गैस वितरण का कार्य टोरेंट गैस को आवंटित है और टोरेंट गैस द्वारा मार्च 23 तक जयपुर शहर में पाईपलाइन से घरेलू गैस के 10 हजार कनेक्शन जारी किये जाएंगे।
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस डॉ. सुबोध अग्रवाल सचिवालय में गुरुवार को टोरेंट गैस के ईडी प्रकाश सजनानी से जयपुर शहर में पाईपलाइन से घरेलू गैस वितरण कार्य की प्रगति समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि राज्य में पाईपलाइलन से घरेलू गैस वितरण कार्य के लिए जियोग्राफिकल एरिया अनुसार कंपनियों को भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं नेचुरल गैस रेगुलेटरी बोर्ड द्वारा आवंटित किया गया है।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि राज्य में आगामी 8 साल में 1187 सीएनजी स्टेशनों की स्थापना की जाएगी वहीं 37824 इंच किलोमीटर गैस पाइप लाइन बिछाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि पाइप लाइन से घरेलू गैस उपलब्ध कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। ऐसे में संबंधित विभागों से समन्वय बनाते हुए आधारभूत ढांचा विकसित करने में आ रही बाधाओं को दूर किया जाएगा।
टोरेंट गैस के ईडी प्रकाश सजनानी ने बताया कि टोरेंट गैस द्वारा राज्य के जयपुर, अलवर, बारां, व कोटा जिले में पाईपलाइन से घरेलू गैस और सीएनजी वितरण के लिए आधारभूत संरचना विकसित कर वितरण व्यवस्था के कार्य में जुटी है। उन्होंने बताया कि टोरेंट गैस 50 किलोमीटर एमडीपीई गैस पाईपलाइन और 42 किलोमीटर स्टील की पाईपलाइन बिछा दी है। 31 सीएनजी स्टेशन स्थापित कर दिए हैं। टोरेंट के ईडी सजनानी ने बताया कि मार्च, 23 तक जयपुर शहर में 10 हजार घरेलू पीएनजी कनेक्शन उपलब्ध कराने के साथ ही 48 सीएनजी स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य है।
टोरेंट गैस जयपुर के कारपोरेट हेड अंशुल गुप्ता ने बताया कि मार्च, 23 तक 24 औद्योगिक प्रतिष्ठानों को गैस कनेक्शन दिया जाने का कार्यक्रम है वहीं 5 औद्योगिक प्रतिष्ठानोें को औद्योगिक कार्य में गैस के उपयोग हेतु कनेक्शन जारी किए जा चुके हैं। बैठक में डीएस नीतू बारुपाल व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।