जयपुर। अतिरिक्त मुख्य सचिव एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने रबी फसल के लिए आगामी दो माह की संभावित बिजली मांग का आकलन तीन दिनों में तैयार कर कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि रबी फसल के लिए नवंबर माह के दूसरे पखवाड़े में भी खेती के लिए किसानों को बिजली की बढ़ती आवश्यकता को देखते हुए मांग के अनुसार बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होेंने कहा कि कृषि के लिए विद्युत आपूर्ति की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
एसीएस माइंस, पेट्रोलियम और एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल मंगलवार को सचिवालय में जयपुर, अजमेर और जोधपुर डिस्कॉम के प्रबंध संचालकों से चालू रबी फसल के लिए बिजली की मांग व उपलब्धता की वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम से समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि तीनों डिस्कॉम द्वारा रबी फसल के लिए बिजली की मांग बढ़ने की संभावना को देखते हुए समय रहते आवश्यक सभी तैयारियां पूरी कर ली जाए ताकि काश्तकारों को मांग के अनुसार बिजली की आपूर्ति संभव हो सके। इसके लिए पिछले तीन सालों की ओसत मांग के आधार पर बिजली की संभावित मांग और प्रदेश में इस समय व आगामी माहों में बिजली की उपलब्धता का आकलन किया जाए।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि पिछले दिनों कोयले की कमी कारण उत्पन्न बिजली संकट के समय तीनों डिस्कॉम सहित विद्युत व्यवस्था से जुड़े सभी संस्थानों जिस समन्वय व सहयोग से कार्य किया है वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि परस्पर समन्वय व सहयोग से प्रदेश में बिजली संकट का समाधान खोजते हुए आपूर्ति व्यवस्था सुचारु बनाई रखी जा सकी।
चेयरमैन डिस्कॉम भास्कर ए सावंत ने बताया कि गत वर्ष राज्य में रबी फसल के लिए दिसंबर माह में औसत मांग 10533 मेगावाट रही थी। उन्होंने बताया कि तीनों डिस्कॉम द्वारा विस्तृत रोडमेप तैयार कर प्रस्तुत कर दिया जाएगा। सांवत ने विश्वास दिलाया कि रबी के लिए बिजली आपूर्ति की समुचित व्यवस्था तय कर ली जाएगी। वीडियो कॉफ्रेंस मेें जयपुर डिस्काम के जयपुर डिस्कॉम के एमडी नवीन अरोड़ा, अजमेर डिस्काम के एमडी वीएस भाटी और जोधपुर डिस्काम के एमडी अविनाश सिंघवी, उर्जा विकास निगम के मुख्य अभियंता मुकेश बंसल व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।