जयपुर। नेट-थियेट कार्यक्रम की श्रृंखला में आज कथक की प्रसिद्ध कलाकार श्वेता गर्ग और शिष्याओं ने जयपुर के शुद्ध कथक नृत्य की नज़ाकत, भाव एवं ततकार की प्रस्तुति को दर्शकों ने खूब सराहा।
नेट-थियेट के राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया कि कार्यक्रम में कथक नृत्यांगना श्वेता गर्ग ने लम्बोदरम् परम सुंदरम् एक दंतम पिताबंरा पर गणेश वंदना प्रस्तुत की। इसके बाद उनकी शिष्याओं में तनिष्का मुदगल, अंजली टांक, मनीषा जांगीड़ ने शुद्ध कथक ताल, तीन ताल, चाला, थाट, आमद, तीश्र जाति की परण, चक्करदार तोड़ा, घूंघट की गत एवं कवित बांट की शानदार नृत्य से लोगांे का मन जीता। कार्यक्रम में प्रियांशी जैन एवं सुरभि वर्मा ने ताना देरे ना ता दिम ताना देरे ना के तराने पर नृत्य किया और मीरा के भजन थाने कांई-कांई कह समझवां सांवरा गिरधारी पर अपने कथक नृत्य की प्रस्तुति से गुरू शिक्षा को सार्थक किया।
कार्यक्रम मे कला एवं संस्कृति के संर्वधक मनीष अग्रवाल द्वारा प्रत्येक कलाकारों को स्मृति चिन्ह प्रदान किये जातें है।
प्रकाश परिकल्पना मनोज स्वामी, कैमरा संचालन जितेन्द्र शर्मा, मंच सज्जा अंकित शर्मा एवं जीवितेश शर्मा की रही।