जयपुर। अतिरिक्त मुख्य सचिव एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा है कि राज्य में विद्युत कंपनियों में डिस्ट्रिब्यूशन मेनेजमेंट सिस्टम (डीएमएस) को मजबूत किया जाएगा। ताकि विद्युत उत्पादन व वितरण में हो रही छीजत को न्यूनतम स्तर पर लाया जा सके।
एसीएस एनर्जी डॉ. अग्रवाल गुरुवार को सचिवालय में राज्य के तीनों डिस्कॉम व विद्युत उत्पादन निगम के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने हालिया विद्युत संकट के दौरान परस्पर समन्वय व सहयोग से कार्य करते हुए प्रदेश मेें विद्युत आपूर्ति व्यवस्था बनाए रखी उसके लिए उत्पादन, वितरण व उर्जा विकास निगम के अधिकारियों व कार्मिकों की सराहना की।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि विद्युत क्षेत्र में उत्पादन और वितरण व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए ढांचागत सुधार की आवश्यकता है। विद्युत उत्पादन व वितरण क्षेत्र में हो रही हानि को कम करना होगा। उन्होंने कहा कि सभी फीडरों के बीच सूचना तंत्र को इस तरह से विकसित करना होगा ताकि प्रभावी तरीके से मोनेटरिग की जा सके।
एसीएस एनर्जी डॉ. अग्रवाल ने कहा कि सभी डिस्कॉम्स को विद्युत छीजत को रोक कर प्रति यूनिट औसत लागत व राजस्व वसूली के अंतर को कम करना होगा। उन्होंने अधिकारियों को कार्यप्रणाली में बदलाव लाने की सलाह देते हुए कहा कि तय समय सीमा में कार्य निष्पादन से सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। डॉ. अग्रवाल ने मुख्यमंत्री किसान मित्र योजना सहित केन्द्र व राज्य सरकार की विद्युत क्षेत्र की विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों की विस्तार से समीक्षा की और कार्य मेें गति लाने के निर्देश दिए।
राज्य में बिजली कटौती नहीं, विद्युत मांग व उपलब्धता बढ़ी
अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि बिजली की कमी के कारण प्रदेश में कहीं भी विद्युत कटौती नहीं की जा रही है। उन्होंने बताया कि राज्य में बिजली की उपलब्धता और मांग में बढोतरी हुई है। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि गुरुवार को बिजली की संभावित उपलब्धता 10204 मेगावाट रही। इसी तरह से संभावित मांग 9617 मेगावाट और अधिकतम संभावित मांग 10870 मेगावाट रही। उन्होंने बताया कि 20 अक्टूबर की देररात तक 18 रैक डिस्पेच हुई है।
बैठक में वरिष्ठ उप सचिव चन्द्र प्रकाष चावला, उपनिदेशक उर्जा अशोक कुमार जैन, ओएसडी सुनील माथुर, प्रोजेक्ट प्लानिंग डिजाइन केके मीणा, जयपुर डिस्कॉम के मुख्य अभियंता डीके शर्मा, जोधपुर डिस्कॉम के प्रेमजीत, उत्पादन निगम के अनिल मिढ्ढा, जयपुर डिस्कॉम के नवीन जैन, आरआरईसी के राजीव सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।