जयपुर: जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दो दिन पहले 75 लाख रुपए गोल्ड तस्करी के मामले में कस्टम विभाग ने एयर इंडिया के एयरलाइंस के तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। तीनों एयर इंडिया इंजीनियरिंग के ठेके पर काम करते हैं। इन कर्मचारियों से सेटिंग कर तस्कर सीट के नीचे गोल्ड को छुपा कर लाए थे। बिना मिलीभगत के सीट के नीचे गोल्ड को छुपाना संभव नहीं था। ऐसा पहली बार हुआ है जब गोल्ड तस्करी के मामले में एयरलाइंस के कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आई हो। जयपुर एयरपोर्ट पर 16 नवम्बर को कस्टम की टीम ने डेढ़ किलो सोना पकड़ा था।
कस्टम कमिश्नर बीबी अटल ने बताया कि शिवराम मीणा, ज्ञानचंद मीणा व कौशल वर्मा को गिरफ्तार किया है। ये एयर इंडिया के कर्मचारी हैं। पिछले 4 साल से काम कर रहे हैं। तीनों की गोल्ड तस्करी के मामले में मिलीभगत सामने आई है। इन्हें कोर्ट में पेश करने के बाद 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया है। जांच में पता लगा कि ये अब तक 6 करोड़ रुपए से ज्यादा की तस्करी कर चुके हैं।
कस्टम विभाग की टीम ने बताया उन्हे 16 नवंबर को साउदी अरब से सोने की तस्करी की सूचना मिली थी। कस्टम की टीम अलर्ट हो गई। इसके बाद प्लेन के अंदर पहुंच कर जांच की। तब एक-एक सीट की जांच की गई थी। सीट के अंदर डेढ़ किलो सोना छुपा कर रखा गया था। कस्टम की टीम ने फ्लाइट के अंदर यात्रियों से बात कर चेकिंग की। उन्होंने श्रीचंद नाम के यात्री को पकड़ लिया था। वह एआई 942 फ्लाइट से जयपुर एयरपोर्ट पर आया था। उससे पूछताछ की तो उसने कई चौंकाने वाली बातें बताई। उसे सउदी अरब से सोना दिया गया था। पूछताछ के बाद एयरलाइंस के कर्मचारियों की भी मिलीभगत सामने आई। कस्टम की टीम अन्य कर्मचारियों से भी पूछताछ कर रही है। बड़ा सवाल है कि आखिर सीट के नीचे गोल्ड को कैसे छुपाया गया। इसी आधार पर कस्टम टीम ने जांच शुरू की। शक होने पर एयरलाइंस के कर्मचारियों से पूछताछ की।