जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोमवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) पहुंचे। उन्होंने सामान्य दिनों की तरह कामकाज निपटाए। कोरोना के कारण 18 महीने से वह अपने कार्यालय नहीं आए थे। वह करीब चार घंटे तक यहां रुके।
गहलोत ने कोरोना की दोनों लहर में सीएम निवास के ऑफिस से ही कामकाज निपटाया। पहली लहर के खत्म होने के बाद जुलाई में सचिन पायलट खेमे की बगावत के बाद सियासी संकट के कारण 34 दिन तक मंत्री और विधायक होटलों में बाड़ेबंदी में रहे थे। उस दौरान भी सीएम ने सीएम निवास के ऑफिस से ही काम किया। गहलोत ने कारेोना की दूसरी लहरी में 300 से ज्यादा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। उद्घाटन और शिलान्यास के कार्यक्रम भी वर्चुअल ही किए।
मुख्यमंत्री गहलोत के CMO नहीं जाने पर भाजपा कई बार सवाल उठा चुकी है। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित कई बीजेपी नेताओं ने गहलोत के वर्चुअल बैठकें लेने पर तंज कसते हुए वर्चुअल सीएम कहा था।
सीएम गहलोत ने आज सीएमओ पहुंच फील्ड में सक्रिय होने के संकेत दिए हैं। गहलोत सोमवार को गांधीजी से जुड़े दो कार्यक्रमों में भाग लिया। मंगलवार को पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ बैठक करने के बाद गहलोत उन्हें दोपहर भोज देंगे। गहलोत 8 अक्टूबर को धरियावद और वल्लभनगर में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे।
कैबिनेट की बैठक कल शाम 5 बजे
सीएम अशोक गहलोत मंगलवार शाम 5 बजे कैबिनेट की बैठक लेंगे। कैबिनेट के बाद मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई गई है। कैबिनेट और मंत्रिपरिषद सीएम निवास पर ही होगी।