जयपुर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यूपीए सरकार बदलने के पीछे देश के पूर्व कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल सीएजी विनोद राय को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि 2जी और कोलगेट को लेकर विनोद राय के बयान की वजह से देश में यूपीए के खिलाफ माहौल बना। जिसके कारण सरकार चली गई। सीएम गहलोत ने कहा कि मुझे विनोद राय याद आते हैं जो चार्टर्ड अकाउंटेंट तो नहीं थे, ब्यूरोक्रेट थे, सीएजी थे। राय ने उस दौरान कहा कि 1 लाख 76 हजार करोड़ का घोटाला हो गया। 2जी और कोलगेट में पता नहीं क्या-क्या बोल दिया। अभी 15-20 दिन पहले उन्होंने संजय निरूपम से लिखित में माफी मांगी है। इतने जिम्मेदारी के पद पर बैठे हों और यह हालत बन जाएं।
गहलोत ने आगे कहा कि ‘विनोद राय के बोलने मात्र से देश के अंदर हमारे खिलाफ, हमारी यूपीए सरकार के खिलाफ हवा बन गई। चाहे झूठे आरोप लगाए हों, लेकिन एक बार देश ने मान लिया कि विनोद राय ठीक कह रहे हैं कि यूपीए सरकार में 1.76 लाख करोड़ का करप्शन हो गया। फिर सरकार बदल गई।’ सीएम इंडियन चार्ट अकाउंटेंट एसोसिएशन के वर्चुअल समारोह में बोल रहे थे।
आज भी समाज में चार्टर्ड अकाउंटेंट की क्रैडिबिलिटी है
सीएम गहलोत ने कहा कि इस घटना से मेरा कहने का मतलब यह है कि आज भी समाज में चार्टर्ड अकाउंटेंट की क्रैडिबिलिटी कितनी है। इस क्रैडिबिलिटी को बढ़ाना होगा। एक बार सीए कोई बात कह दे कि तो ऑडिट करके कहा होगा, इतनी बड़ी क्रैडिबिलिटी है। विनोद राय सीए तो नहीं थे ब्यूरोक्रेट थे, लेकिन सीएजी थे तो काम उसी तरह का कर रहे थे। यूपीए सरकार ने उस दौरान शानदार काम किए थे। पहली बार अधिकार आधारित युग की शुरुआत की। आरटीआई, आरटीई, नरेगा जैसे कानून और स्कीम अधिकार के रूप में दिए। यह मामूली बात नहीं थी। डॉ. मनमोहन सिंह जैसा व्यक्ति प्राइम मिनिस्टर थे, जिनका दुनिया में एक अलग तरह का ऑरा था। विनोद राय ने उस दौरान 1.76 लाख करोड़ के घोटाले का बयान दे दिया। यह झूठा था, लेकिन इससे माहौल बदल गया।
खुद पब्लिक अकाउंट्स कमेटी का मेंबर रहा
1949 में चार्टर्ड अकाउंटेंट एक्ट बनना इस बात का प्रमाण है कि अर्थव्यवस्था, समाज और औद्योगिक विकास में चार्टर्ड अकाउंटेंट का कितना योगदान है। पूरे देश की अर्थव्यवस्था में सीए का बहुत बड़ा योगदान है। मैं खुद 1980 में पब्ल्कि अकांउट्स कमेटी पीएसी का मेंबर था। इसलिए मुझे अहसास है कि सीए का क्या महत्व है। सीएम अशोक गहलोत पूर्व सीएजी विनोद राय काे इससे पहले भी निशाने पर लेते रहे हैं। गहलोत विनोद रास पर कई बार देश के सामने गलत तथ्य पेश करने के आरोप लगाते रहे हैं। विनोद राय ने देश के सीएजी रहते हुए 2जी घोटाले, कोल घोटाले का खुलासा किया था। इससे तत्कालीन यूपीए सरकार के खिलाफ माहौल बना था।