राजसमंद : जिले के देवगढ़ में शनिवार रात बजरी से भरे ओवरलोड डंपर ने कार को टक्कर मारकर दो दोस्तों की हत्या कर दी। तीन अन्य साथियों ने भाग कर किसी तरह अपनी जान बचाई। इसके बाद बजरी खाली कर डंपर और एस्कोर्ट करने वाली स्कॉर्पियो मौके से फरार हो गई। वहीं, परिजनों ने रविवार सुबह ने देवगढ़ थाने का घेराव कर हंगामा किया। डंपर ड्राइवर सहित तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की। लोगों ने कामलीघाट पुलिस पर बजरी माफिया से मिलीभगत का आरोप लगाया और दोषी पुलिसवालों को निलंबित करने की भी मांग की। इस पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत करवाया।
इस मामले में एसपी सुधीर चौधरी ने कामलीघाट चौकी के हेड कांस्टेबल किशोर सिंह और कांस्टेबल पुष्पेंद्र कुमार, सुमित कुमार व अनिल कुमार को निलंबित कर दिया। वहीं, कांस्टेबल सुल्तान सिंह को लाइन हाजिर किया गया है। थानाधिकारी शैतान सिंह नाथावत ने बताया कि तीनों आरोपी नरेंद्र सिंह, ताराचंद और श्रवण सिंह को पाली जिले से डिटेन किया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि कार को टक्कर मारने वाले डंपर में ड्राइवर ताराचंद्र और उसका साथी श्रवण सिंह बैठा था। एस्कॉर्ट करने वाले स्कॉपियो में नरेंद्र सिंह नाम का युवक था।
थानाधिकारी शैतान सिंह नाथावत ने बताया कि देवगढ़ के गुर्जरों का दरवाजा निवासी पवन (27) पुत्र शंकरलाल गुर्जर और दोलपुरा निवासी महेंद्र मेवाड़ा (25) पुत्र छगनलाल की मौत हो गई। उसके साथी नेनालाल गुर्जर, दिनेश गुर्जर और विष्णु गुर्जर बाल-बाल बच गए। मृतक पवन कांग्रेस का कार्यकर्ता और महेंद्र मेवाड़ा किराना व्यवसायी था। घटनाक्रम के मुताबिक, पांचों दोस्त शनिवार को अल्टो कार से मेवाड़ भवन गए थे। रात करीब 10:30 बजे कार से वापस घर लौट रहे थे। रेलवे फाटक मोड़ पर बजरी से भरे ओवरलोड डंपर ने कार को कट मारकर क्रॉस किया। कार सवारों ने डंपर ड्राइवर को वाहन को तरीके से चलाने की कहा तो डंपर ड्राइवर व उसके साथी और एस्कोर्ट कर रहे स्कॉपियो सवार युवक से कहासुनी हो गई। बजरी माफियाओं ने कहा कि बजरी से भरा डंपर ऐसे ही चलता है, हम तो ऐसे ही चलाएंगे।
इलाज के दौरान युवकों की हुई मौत
कहासुनी बंद कर पांचों दोस्त कार में बैठकर घर के लिए रवाना हो गए। करीब एक किलोमीटर आगे पहुंचने पर कामलीघाट चौराहे पर ओसवाल-वे ब्रिज के पास रोड किनारे कार रोकी। कार से उतरकर नेनालाल, दिनेश और विष्णु टॉयलेट करने चले गए। पीछे से दौड़ते हुए ला रहे बजरी से भरे डंपर ने कार को टक्कर मारी। कार को घसीटते हुए डंपर अपने साथ ले गया और दो-तीन बार कार को टक्कर मारी। कार में बैठे पवन और महेंद्र गंभीर घायल हो गए। मौके पर बजरी खाली कर डंपर और एस्कॉर्ट कर रही स्कॉपियो फरार हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों युवकों को हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।