जयपुर : करौली हिंसा के 7 दिन बाद डीजीपी एमएल लाठर ने दंगों के सबंध में आज जानकारी देते हुए बताया कि रैली पर एकाएक करीब 150 लोगों ने हमला किया था। आसपास के मकानों से लोग लाठी-डंडे लेकर रैली पर टूट पड़े। इसमें 11 स्थानीय लोग और 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए। डीजीपी ने बताया कि रैली निकालने की स्वीकृति दी गई थी। उसमें साफ लिखा था कि लाउड स्पीकर बजाकर रैली नहीं निकाली जाएगी। इसके बाद भी लाउड स्पीकर बजाकर रैली निकाली गई। रैली निकालने के दौरान नारेबाजी की गई। इस दौरान पुलिस जाप्ते और रैली में चल रहे लोगों पर छतों से पथराव शुरू हो गए। साथ ही आसपास के मकानों से करीब 100 से 150 लोग लाठी व डंडा लेकर हमला कर दिया।
10 FIR दर्ज की चुकी है पुलिस
डीजीपी ने बताया कि पुलिस अब तक 10 एफआईआर दर्ज कर चुकी है। इसमें एक कोतवाली थानाधिकारी और 9 अन्य लोगों के द्वारा दी गई है। पुलिस ने अब तक 23 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही जांच के दौरान 44 उपद्रवी चिन्हित किए गए हैं। डीजीपी एमएल लाठर ने बताया कि तोड़फोड़ और आगजनी की घटना से दोनों पक्षों के करीब 80 से अधिक व्यक्तियों की संपत्ति को नुकसान हुआ है। नुकसान का आंकलन कर राज्य सरकार को भेज कर मुआवजा देने की कार्यवाही की जाएगी।
बाइकों और मकानों में आग लगाने के सवाल पर डीजीपी बोले- जांच चल रही
घटना को 7 दिन होने के बाद भी डीजीपी राजस्थान के पास कई महत्वपूर्ण सवालों के जवाब नहीं हैं। रैली के दौरान बाइकों और मकानों में आग किसने लगाई सवाल पर डीजीपी ने कहा अनुसंधान चल रहा है। उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने के बाद दोबारा से प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। हालांकि इस मामले की जांच अब एसीएस होम के सुपरविजन में होगी।