जयपुर : जलजीवन मिशन पर जयपुर में हो रही 9 राज्यों की रीजनल कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और राजस्थान के जलदाय मंत्री महेश जोशी ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ERCP) के मुद्दे पर फिर भिड़ गए। जोशी ने पीएम मोदी के वादे का हवाला देकर ERCP को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग रखी। इस पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री शेखावत ने महेश जोशी को टोकते हुए यहां तक कह दिया कि पीएम ने अजमेर में ERCP को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने पर एक शब्द भी बोला हो तो राजनीति से संन्यास ले लूंगा।
प्रदेश के जलदाय मंत्री महेश जोशी ने कहा कि ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ERCP) को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करना जरूरी है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री ने राजस्थान में दो बार इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का वादा किया था। जो भी परिस्थिति हो इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करना जरूरी है।
शेखावत बोले- पहले रिकॉर्ड चेक कीजिए
गजेंद्र सिंह शेखावत ने महेश जोशी को भाषण के बीच में ही टोकते हुए कहा कि महेशजी, बोलने से पहले रिकॉर्ड चेक कर लीजिए। आपके पास वीडियो नहीं है, तो दोनों प्रोग्राम के वीडियो आपको मैं भेज देता हूं। जिस अजमेर की मीटिंग को आप मेंशन करे रहे हो, पीएम ने अजमेर की मीटिंग में एक शब्द भी इस बारे में नहीं कहा। केवल प्रस्ताव प्राप्त होने की बात कही थी। पॉलिटिकल कुछ भी बात करें, एक बार रिकॉर्ड चेक करके सुनिश्चित करके बोलना चाहिए। आप चाहेंगे तो दोनों रिकॉर्ड उपलब्ध करवा दूंगा। दावे से कहता हूं कि अजमेर की मीटिंग में एक शब्द बोला हो तो या तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा या आपके चीफ मिनिस्टर छोड़ दें। इस तरह की बात कहने का यहां न तो मंच है, न में इस विषय पर यहां चर्चा कर रहा हूं। अगर उन्होंने कहा हो कि इसे नेशनल प्रोजेक्ट डिक्लेयर करेंगे तो आप इस पर चर्चा करें।
साबित नहीं कर पाया तो दोबारा चर्चा नहीं करूंगा- जोशी
इस पर महेश जोशी ने कहा कि अगर मैं इस बात को साबित नहीं कर पाया कि पीएम ने वादा किया था दोबारा ईस्टर्न कैनाल के बारे में चर्चा ही नहीं करुंगा। उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2018 में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण के दौरान करीब 2:30 मिनट तक ERCP पर बोले थे। सभा में ईआरसीपी को नेशनल प्रोजेक्ट घोषित करने का साफ वादा तो नहीं किया लेकिन संकेत जरूर दिए थे। गजेंद्र सिंह शेखावत भी उस सभा में मौजूद थे। पीएम ने कहा था कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना का जिक्र किया गया।
राजस्थान में इंदिरा गांधी नहर परियोजना के बाद कोई बड़ी सिंचाई पेयजल परियोजना की नींव नहीं रखी गई। ईस्टर्न कैनाल की मांग काफी समय से उठ रह थी। जब जुलाई में जयपुर आया था तब भी मैंने इसका जिक्र किया थ। भारत सरकार द्वारा बहुत गंभीरता से इसका तकनीकी अध्ययन करवाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट से जुड़े सारे पहलुओं का लेखा जोखा करने के बाद पूरी संवेदनशीलता के साथ फैसला लेंगे। चंबल बेसिन पर आधारित इस परियोजना से 2 लाख हेक्टेयर से ज्यादा जमीन को सिंचाई सुविधा मिलेगी और 13 जिलों को साफ पेयजल मिलेगा।