दौसा : जिले के लालसोट शहर स्थित एक निजी अस्पताल में प्रसव के लिए आई 22 वर्षीय महिला आशा देवी बैरवा की मौत के मामले में बीती देर रात हाईवोल्टेज ड्रामा चला, जहां पीड़ित परिवार के साथ भाजपा नेताओं ने रात करीब 12 बजे तक अस्पताल के बाहर धरना दिया। इससे पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए, देर रात समझौता वार्ता के बाद धरना खत्म हुआ तब पुलिस ने राहत की सांस ली।
दरअसल, महिला की मौत के बाद परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल के बाहर हंगामा कर दिया तथा मृतक महिला के शव को रखकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा अगर प्रसूता की तबीयत ज्यादा खराब थी तो उसे रैफर किया जा सकता था, लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही से उसकी जान चली गई।
इस दौरान लोग अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करने, मुआवाजा दिलवाने तथा दोषी लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे रहे। जहां देर रात भाजपा प्रदेश मंत्री जितेन्द्र गोठवाल की मौजूदगी में हुई समझौता वार्ता में पीडित परिवार को पानी के लिए सिंगल प्वाइंट, पीएम आवास योजना का लाभ देने व आर्थिक मदद के साथ कई मुद्दों पर सहमति बनने पर धरना खत्म हुआ। वहीं डिप्टी एसपी शंकरलाल मीना ने बताया कि मामले को लेकर आईपीसी की धारा 302 में मामला दर्ज कर लिया है। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा।