जयपुर। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक तथा नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भरतपुर में स्थित एसीबी कोर्ट के जज द्वारा 14 वर्ष के बालक के साथ कुकर्म करने के प्रकरण में कोर्ट के अन्य 2 कार्मिकों की संलिप्तता के मामले को लेकर राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर मामले में एसीबी कोर्ट के जज व अन्य कार्मिकों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर के मामले में नजीर पेश करने की जरूरत है। सांसद ने उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को लिखे पत्र में कहा कि आमजन का भरोसा न्याय के लिए न्याय पालिका पर होता है और ऐसे में जज जैसे पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा ऐसा कृत्य राज्य को शर्मसार करने वाला है।
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे पत्र में कहा कि एसीबी में कार्यरत डिप्टी एसपी द्वारा उक्त प्रकरण में जिस तरह जजों अन्य कार्मिकों को बचाने के लिए पद का दुरुपयोग किया गया है। वह भी गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसे में तत्काल प्रभाव से ऐसे पुलिस अधिकारी को बर्खास्त करने की आवश्यकता है।
सांसद ने सीएम को लिखे पत्र में यह भी कहा कि पूर्व में थानागाजी की दलित युवती के साथ गैंगरेप के वायरल वीडियो व आरपीएस अधिकारी हीरालाल सैनी के वायरल अश्लील वीडियो प्रकरण में जिस तरह सरकार के तंत्र में बैठे लोगों द्वारा पुलिस अधिकारियों को बचाया गया। उस कारण से इस प्रकार के कृत्य सिस्टम में बैठे लोगों द्वारा अंजाम दिया जाते हैं, इसलिए तत्काल प्रभाव से मामले की विशेष जांच करवाने में एसीबी में कार्य डिप्टी एसपी को बर्खास्त करने की आवश्यकता है।