नागौर : संत नानक दास महाराज पर बुधवार देर रात दो हमलावरों ने जानलेवा हमला कर दिया। घटना रात करीब 11 बजे की है। संत नानक दास बीजेपी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे थे। तभी बीच रास्ते में अचानक हमला हो गया। बदमाशों ने इस दौरान पिस्तौल भी तान दी। घटना जायल क्षेत्र की है। बुधवार को महाराज जायल स्थित गणेश चौक में भाजपा के सेवा सप्ताह कार्यक्रम के तहत डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती महोत्सव के कार्यक्रम में शिरकत कर संत कबीर आश्रम बड़ी खाटू लौट रहे थे। तभी वहां बोलेरो सवार दो हमलावरों ने नानकदास महाराज पर जानलेवा हमला किया।
घटना की जानकारी मिलने पर जायल CO व SHO मौके पर पहुंचे। संत नानक दास ने बताया कि बीच रास्ते में उनकी कार के आगे बोलेरो रोक रास्ता रोक दिया गया। इसके बाद एक हमलावर लठ लेकर नीचे उतरा और कार पर ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिया। वहीं, दूसरा हमलावर हाथ में पिस्तौल लेकर खड़ा था। कुछ देर बाद वह भी कार के पास आया और पिस्तौल तान दी। इस दौरान महाराज ने कार को अंदर से लॉक कर दिया और गाड़ी में बैठे रहे। थोड़ी देर में उनके समर्थक भी वहां पहुंच गए। काफिले को देख बदमाश मौके से फरार हो गए। जायल SHO सुरेंद्र पूनिया ने बताया कि नानकदास महाराज की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया गया है। हमलावरों की तलाश की जा रही है।
गौरतलब है कि संत नानकदास महाराज का जन्म बड़ी खाटू के धीजपुरा गांव के एक दलित समुदाय के किसान परिवार में हुआ था। इसके बाद बड़ी खाटू स्थित कबीर आश्रम के महंत देवीदास महाराज के पास रहने लगे थे। नानकदास महाराज के आश्रम में पहले भी 27 जून 2021 को हमला किया गया था। लेकिन, तब महाराज वहां नहीं होने से बच गए। इनके आश्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविद, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, बाबा रामदेव, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और महामंडलेश्वर स्वामी महेश्वरानंद सहित कई बड़ी शख्सियत आ चुकी हैं। संत नानकदास केंद्रीय टी बोर्ड के मेंबर रह चुके हैं।