जालौर : भ्रष्टाचार निरोध ब्यूरो(एसीबी) ने जोधपुर डिस्कॉम में बिजली कनेक्शन करने के नाम पर ली जा रही रिश्वत का भंडाफोड़ किया है। जालोर जिले में सीमेंट ब्रिक्स बनाने की फैक्ट्री में बिजली का कनेक्शन करने की एवज में जोधपुर डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता सीएस मीणा के नाम से तीस हजार रुपए की रिश्वत लेते एक ठेकेदार को पकड़ा है। इस मामले में एसई को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
एसीबी के डीआईजी विष्णुकांत ने बताया कि अमराराम व जितेन्द्र कुमार ने जालोर के पावटी रोड पर सीमेंट ब्रिक्स बनाने की फैक्ट्री में 15 एचपी के बिजली कनेक्शन की एक फाइल लगा रखी है। इस कनेक्शन के संदर्भ में अमराराम व जितेन्द्र ने जालोर में जोधपुर डिस्कॉम के एसई चतरसिंह मीणा से संपर्क किया। उन्होंने इस कनेक्शन पर एलटी मीटरिंग के लिए तीस हजार रुपए की मांग की। मीणा ने रिश्वत की राशि ठेकेदार कांतिलाल के पास पहुंचाने को कहा। आज एसीबी जालोर की टीम ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. महावीर सिंह राणावत के नेतृत्व में ट्रेप का आयोजन कर अमराराम व जितेन्द्र को तीस हजार रुपए के साथ ठेकेदार कांतिलाल के पास भेजा।
रिश्वत की राशि लेने के बाद कांतिलाल ने दो हजार रुपए दोनों को वापस लौटा दिए। उसके राशि वापस लौटाते ही एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया। उसकी जेब से रिश्वत के रंग लगे 28 हजार रुपए बरामद कर लिए गए। इसके बाद एसीबी की टीम ने एसई चतरसिंह मीणा को उनके सरकारी आवास से दस्तयाब कर लिया। मीणा से पूछताछ की जा रही है।