धरियावद। राज्य में दो सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव के आखिर दौर के चुनाव प्रचार में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को नया दांव खेला और धरियावद में अपनीे पहली सभा से पहले बीजेपी के गढ़ माने जाने वाले लसाडिय़ा भाजपा के पूर्व विधायक गौतमलाल मीणा के घर पहुंचे। वहां जाकर गहलोत ने संवेदना प्रकट की। इस दौरान गौतमलाल मीणा के पुत्र कन्हैया लाल मीणा से बातचीत भी की। गौत्तम लाल के निधन के कारण ही ये उपचुनाव हो रहे है तथा इस सीट से उनके सुपुत्र कन्हैयालाल प्रबल दावेदार थे,लेकिन भाजपा ने उनके स्थान पर खेतसिंह मीणा को टिकट दिया। कन्हैयालाल ने पहले बगावत कर फार्म भी भरा था,लेकिन पार्टी नेताओं की समझाइश के बाद वे चुनाव मैदान से हट गए। भाजपा ने उन्हें प्रदेश मंत्री बनाया है। कन्हैयालाल के पार्टी में शामिल हो जाने के बावजूद भाजपा को भीतरघात का खतरा सता रहा था जो गहलोत के उनके यहां पहुंचने के बाद ओर गहरा हो गया।
मुख्यमंत्री ने इसका जिक्र अपनी सभा में भी किया और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि गौतम मीणा चले गए हमारे बीच से इसका हमें बेहद दुख है। गौतमलाल के यहां बैठने गया तो बीजेपी के नेताओं को मालूम पड़ा होगा। उनको तकलीफ हो गई। ये सदियों के हमारे संस्कार है कि किसी की मृत्यु होती है तो ये नहीं देखा जाता कि वो किस पार्टी, किस जाति, किस धर्म का है। मानवता कहती है संवंदेना व्यक्त करनी चाहिए।
गहलोत ने कहा कि बीजेपी को स्वागत करना चाहिए था कि सीएम ने अच्छा कदम उठाया। मगर उनको तकलीफ हो रही है और कह रहे हैं कि मैं राजनीति कर रहा हूं। अगर इन्हें गौतम भाई की इतनी चिंता थी तो उनके बेटे को टिकट दे देते ना किसने मना किया था। अगर कन्हैया को टिकट मिलता और फिर मैं यहां आता तब भी उनके घर जाता। बीजेपी के लोग पार्टी के आकाओं को खुश करने आते हैं। इन्हें लग रहा है मैं गौतमलाल के घर चला गया तो सारे वोट हमें पड़ जाएंगे। बता दें कि गौतमलाल मीणा के घर जाने की टाइमिंग पर बीजेपी के नेता राजेंद्र राठौड़ ने तंज कसा था।
कांग्रेस ने लोकतंत्र दिया, वोट का अधिकार दिया
कांग्रेस ने लोकतंत्र दिया, सोचकर दिया। लोकतंत्र सबसे खूबसूरत रास्ता है। कांग्रेस ने वोट का अधिकार दिया। कांग्रेस का मुकाबला कोई कर नहीं सकता। गहलोत ने कांग्रेस प्रत्याशी नगराज मीणा के पक्ष में वोट मांगते हुए जनता से कहा कि कोई कमी ना रखें, 2.5 साल बाद फिर चुनाव वापस आएंगे, आपको पता चल जाएगा कि हमने क्या काम किया। गहलोत ने कहा पिछली बार हम लसाडिय़ा से 18 हजार से पीछे रहे थे इस बार आप आगे निकाल दो, बाकि मुझपर छोड़ दो।