कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत ने फिर किया अलर्ट, बोले- त्योहारों में नजरअंदाज न करें प्रोटोकॉल

गहलोत

जयपुर : कोरोना संक्रमण के बढ़ते केस को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश की जनता को एक बार फिर अलर्ट किया है। मुख्यमंत्री गहलोत ने रविवार को सोशल मीडिया पर कोरोना के देश में बढ़ते केस और त्योहारी सीजन में आमजन की लापरवाही पर चिंता जताई है। मुख्यमंत्री गहलोत ने लिखा कि ‘मैं पुन: सचेत करना चाहूंगा कि दुनिया के कई देशों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत में भी कोरोना के मामले पहले की तुलना में बढ़े हैं। त्योहारों के इस खुशियों भरे माहौल में प्रोटोकॉल का पालन करना न भूलें। मास्क लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें। वैक्सीन की दोनों डोज अवश्य लें।’

SOP बनाने की मांग कर चुके मुख्यमंत्री गहलोत

करीब एक सप्ताह पहले भी मुख्यमंत्री गहलोत कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर चिंता जताई थी। मुख्यमंत्री गहलोत ने नए डेल्टा प्लस AY.4.2 के मामले में केन्द्र सरकार से मांग रखी है कि वक्त रहते दूसरे देशों के अनुभवों के आधार पर इसकी रोकथाम के लिए SOP (मानक संचालन प्रक्रिया) तैयार करनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि त्योहारी माहौल में कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं हुआ तो यह वायरस बहुत तेजी से भारत में भी फैल सकता है। वर्तमान में नए स्ट्रेन के कारण अमेरिका, यूरोप, रूस, चीन में तीसरी लहर आई है।

मुख्यमंत्री गहलोत

नया स्ट्रेन पिछले डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ज्यादा घातक

हाल ही में नेशनल सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल ने जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट में मध्य प्रदेश के इंदौर में इस नए वैरिएंट के 7 केस का खुलासा किया है। महाराष्ट्र में भी 1 फीसदी सैंपल में नए डेल्टा प्लस वैरिएंट का पता चला है। वैज्ञानिकों ने भी ऐसे संकेत दिए हैं कि कोविड का नया स्ट्रेन पिछले डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ज्यादा घातक हो सकता है। इससे पहले भारत में जब कोरोना की दूसरी लहर आई थी, तब डेल्टा वैरिएंट ने जबरदस्त तबाही मचाई थी। हजारों लोगों की जान चली गई थी और लाखों लोग इसकी चपेट में आए थे।

राजस्थान में बढ़ेगा मूवमेंट

राजस्थान में अगले 2 दिन में देश के दूसरे राज्यों और विदेशों से दीपावली पर अपने घर लौटने वालों का मूवमेंट तेजी से बढ़ेगा। दक्षिण भारत के राज्यों से बड़ी संख्या में काम-काज करने प्रवासी राजस्थानियों का प्रदेश में आना शुरू हो गया है। दूसरी लहर का जब पिछली बार होली के बाद आगाज हुआ था तब इसमें दूसरे राज्यों से आए लोगों की अहम भूमिका रही थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *