बीकानेर: आप अपने मोबाइल से एक बार में एक ही कॉल लगा सकते हैं, लेकिन बीकानेर की हाईटेक नकल गैंग के पास ऐसी मशीन है, जिससे एक साथ 32 लोगों को कॉल किया जा सकता है, जिसके पास कॉल जाएगा, उसे न तो रिसीव करने की जरूरत है, न फोन काटने की। इस मशीन से ही सामने वाले का कॉल ऑन व ऑफ होता है।
खास बात ये है कि चप्पल से नकल करने वाले गैंग ने ही इस मशीन को बनाया है। पुलिस अब चप्पल में मोबाइल फिट करने वाले तुलसाराम कालेर के साथ इस मशीन को बनाने वाले भतीजे पौरव कालेर को भी ढूंढ रही है।
कैसे काम करती है ये मशीन?
इस मशीन में लगे मोबाइल से ही सभी नंबर पर अलग-अलग कॉल किया जाता है। मशीन में वॉयस इनपुट का एक ही रास्ता दिया गया है। 32 मोबाइल के साथ एक मास्टर मोबाइल से इसमें आवाज दी जाती है, वो ही सामने वाले मोबाइल (सेंटर में मौजूद चीटिंग करने वाला अभ्यर्थी) के ब्लू टूथ पर पहुंच जाती है। उस मोबाइल में कॉल जाते ही ऑटो सिस्टम से वो ऑन हो जाता है। इसके बाद इस मशीन पर बैठा व्यक्ति जो भी बोलता है, उसे ब्लू टूथ रखने वाला सुन सकता है। मशीन से उत्तर देने वाला शख्स हर प्रश्न का अलग-अलग तरीके से उत्तर बताता है।
बीकानेर की इस गैंग ने हाल ही में ऐसा उपकरण तैयार कर लिया जो मोबाइल जैसा नहीं बल्कि उससे अलग होता है। ये उपकरण महिलाएं अपने सेनेटरी नेपकिन में छिपा लेती है। ऐसे में अब पुलिस व सिक्योरिटी से जुड़ी कंपनियों ने महिलाओं की गहन जांच शुरू कर दी है।पुलिस ने तुलसाराम के भतीजे पौरव कालेर के घर छापा मारा तो खुद पौरव भागने में सफल रहा पर उसकी पत्नी भावना को गिरफ्तार कर लिया। भावना पर नकल में सहयेाग करने का आरोप है।
ये सामान मिला है पुलिस को
32 फोन एक साथ करने वाली मशीन, 2 ब्लू टूथ के रूप में काम करने वाली मक्खी, चिमटी, कुछ अभ्यर्थियों के नाम व रोल नंबर भी पुलिस को मिले हैं।