जोधपुर : लवली कंडारा एनकाउंटर मामले में हिस्ट्रीशीटर का एक वीडियो सामने आया है। इसमें लवली होटल पर खाना खा रहे युवक पर खुलेआम तलवार से वार करता नजर आ रहा है। यह वीडियो जोधपुर के जेडीए सर्कल स्थित एक ढाबे का है। इस मामले में लवली रातानाडा पुलिस थाने का वांटेड था। वीडियो 22 सितंबर का है। लवली और उसके साथी 22 सितंबर की रात एक रेस्टोरेंट में जाते हैं। टेबल पर खाना खा रहे महेंद्र नाम के व्यक्ति को गले से पकड़कर नीचे पटक देते हैं। फिर तलवार से वार करते हैं। उसी व्यक्ति की हत्या के प्रयास के मामले में थाने के सीआई लीलाराम इसे तलाश रहे थे।
इस तरह रहा था घटनाक्रम
बुधवार 13 अक्टूबर की शाम खबर मिली कि ये यह गैंग दाना-पानी रेस्टोरेंट के बाहर कार में है। पुख्ता खबर पर लीलाराम थाने से निकले। थाने में तब एडीसीपी भागचंद मीणा कोई फाइल देख रहे थे। उनका गनमैन भी वहां था। थाने की गाड़ी कहीं गई हुई थी। लीलाराम पुलिस वर्दी में थे। उन्होंने अपने साथ तीन सिपाही लिए, जो वर्दी में नहीं थे। लीलाराम ने खुद की पर्सनल कार ली। जल्दी में निकलते हुए एडीसीपी भागचंद मीणा के गनमैन की सर्विस रिवाल्वर ले ली।
इंस्पेक्टर लीलाराम खुद ड्राइव करते हुए 5.30 बजे लवली और उसके साथी की गाड़ी के आगे ले जाकर अपनी कार रोकी। तीनों सिपाही लवली की कार पर लपके, कार अंदर से लॉक थी, उसमें 6 लोग थे। लवली की कार वहां से वीसी ऑफिस की तरफ दौड़ी, लीलाराम ने भी पीछा किया। दोनों कारें अरोड़ा सर्कल होते ग्रीन गेट के पास पहुंचीं।
लवली की कार डिवाइडर पर चढ़ गई। कार जैसे ही रुकी पुलिस ने फिर पकड़ने का प्रयास किया। तभी लवली ने पहला फायर किया। गोली खड़ी कार के बोनट पर लगी। पुलिस 4-6 कदम उल्टे पैर दौड़ी। समय शाम के 5.33 हो गया। लवली की कार आठ खंभा से 120 की स्पीड में रेलवे स्टेशन के दूसरे गेट से जेल होते हुए खास बाग, फिर बनाड रोड पर दौड़ी।
लीलाराम भी 120-140 की स्पीड में पीछे लगे थे। लवली ने हवा में दो फायर और किए, मगर पुलिस ने पीछा नहीं छोड़ा। डिगाडी मोड़ पर तभी एक बाइक लवली की कार से टकराई। पुलिस भी वहां पहुंची। लवली ने एक फायर और किया। गोली लीलाराम की कार के नीचे से निकली। अगली गोली चलती उसी समय लीलाराम ने फायर कर दिए। 6 फायर किए गए। गोलियां लवली के पेट और सीने को चीर गई। लवली के दो साथी भाग निकले। वहीं तीन पुलिस जवानों ने लवली के तीन साथियों को पकड़ लिया। इसके बाद लवली को अस्पताल ले जाया गया। जहां उसने दम तोड़ दिया।
फर्जी एनकाउंटर बता दिया था धरना
वाल्मीकि समाज ने इस एनकाउंटर को फर्जी मान कर धरना दिया और शव तक नहीं उठाया। पुलिसकर्मी को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े रहे। एसएचओ लीलाराम सहित तीन पुलिसकर्मी के निलंबन की घोषणा एडीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा के करने के बाद परिजनों ने शव उठाया और आज अंतिम संस्कार किया।
वहीं जनता पुलिस के पक्ष में
पुलिसकर्मियों के निलंबन के बाद रविवार शाम से ही सोशल मीडिया पर इंस्पेक्टर लीलाराम और अन्य पुलिसकर्मियों के पक्ष में सोशल मीडिया पर अभियान चला। जिसमें लोगों ने पुलिस के पक्ष में 50 हजार ट्वीट किए। इधर पुलिस कमिश्नर के अधिकृत हैंडल से रीट्वीट कर दर्द बयां किया। इसके साथ ही लवली कंडारा एनकाउंटर के पांच दिन बाद सरकार के निर्देश पर रातानाडा थानाधिकारी लीलाराम और तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के फैसले के विरोध में पुलिसकर्मी जगह-जगह पर मैस का बहिष्कार कर अपना विरोध दर्ज करवा रहे हैं। जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट की मैस के भी आज ताले नहीं खुले। भोजन नहीं बना।
इसी तरह से लीलाराम के समर्थन में गंगानगर जिले के रावला पुलिस थाने के पुलिसकर्मियों ने भी मैस का बहिष्कार किया। जोधपुर के ग्रामीण पुलिस लाइन और कई थानों में भी मैस का बहिष्कार किया जा रहा है।