भरतपुर : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के विरोध में राजस्थान कांग्रेस के नेताओं ने यूपी बॉर्डर पर पहुंचकर पैदल मार्च टाल दिया। प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भरतपुर जिले के ऊंचा नगला बॉर्डर से लखीमपुर खीरी तक पैदल मार्च निकालने की घोषणा की थी, लेकिन बॉर्डर पर पहुंचने के बाद लखीमपुर खीरी तक पैदल मार्च टालने की घोषणा कर दी। डोटासरा ने कहा कि प्रियंका गांधी को रिहा कर दिया गया इसलिए अब वह लखीमपुर खीरी नहीं जाएंगे। कांग्रेस नेता बॉर्डर पर सभा और पुतला दहन करके वापस लौट आए।
भरतपुर के प्रभारी सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने बुधवार को ही बैठकें लेकर कार्यकर्ताओं को पैदल मार्च की जिम्मेदारी दी थी। कांग्रेस नेता ऊंचा नगला बॉर्डर पहुंचे तो यूपी पुलिस ने किसी को नहीं रोका, कांग्रेस नेताओं ने खुद ही लखीमपुर खीरी तक पैदल मार्च टाल दिया।
किसानों के दर्द पर कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी
कांग्रेस प्रदेश्यााध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस किसान नरसंहार में पीड़ित परिवारों साथ खड़ी है। यूपी की बीजेपी सरकार ने संवदेनहीनता की हदें पार कर दी। पीड़ित किसानों से मिलकर संवेदना जताने जा रहे नेताओं के साथ जिस तरह का बर्ताव यूपी सरकार ने किया वह पूरे देश ने देखा है। कांग्रेस का हर कार्यकर्ता इस वक्त पीड़ित किसानों के साथ खड़ा है। किसानों के दुख में हम चुपचाप नहीं बैठ सकते।