जयपुर। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, उद्योग एवं एमएसएमई वीनू गुप्ता ने प्रदेश की सीएनजी पीएनजी संस्थाओं को निर्धारित रोडमेप के अनुसार अपने जियोग्राफिकल एरिया में संरचनात्मक कार्यों में तेजी लाते हुए पीएनजी स्टेशनों की स्थापना और पाइप लाइन से घरेलू गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि निर्धारित रोडमेप के अनुसार 8 सालों में 96 लाख पाइपलाइन से घरेलू गैस उपलब्ध कराये जाने हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 2 लाख 25 हजार पाइप लाइन से घरेलू गैस कनेक्शन जारी किए जा चुके हैं। गौरतलब है कि गुप्ता राजस्थान स्टेट गैस की चेयरपर्सन भी हैं।
एसीएस माइंस गुप्ता सोमवार को उद्योग भवन में राजस्थान स्टेट गैस के एमडी रणवीर सिह के साथ सीएनजी पीएनजी गैस सुविधाओं की उपलब्धता व प्रगति की समीक्षा कर रही थी। उन्होंने कहा कि कंप्रेस्ड नेचुरल गैस और पाइप्ड नेचुरल गैस एलपीजी से भी सस्ती और ग्रीन एनर्जी का प्रमुख माध्यम होने से राज्य में कार्यरत सभी 17 संस्थाओें को गति लानी होगी। उन्होंने जिला प्रशासन से भी आग्रह किया है कि इन संस्थाओं को इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने में स्थानीय स्तर पर आ रही कठिनाइयों का प्राथमिकता से निराकरण करें ताकि प्रदेशवासियों को आसानी से सीएनजी पीएनजी सुविधा उपलब्ध हो सके।
गुप्ता ने आम नागरिकों को भी सीएनजी पीएनजी के उपयोग के प्रति अवेयर करने के साथ ही पर्यावरण संतुलन के लिए आज की आवश्यकता बताया। उन्होंने राजस्थान गेैस को भी काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने जयपुर में पीएनजी कनेक्शन जारी करने के कार्य में तेजी लाने की आवश्यकता प्रतिपादित की।
राजस्थान स्टेट गैस के प्रबंध संचालक रणवीर सिंह ने बताया कि 8 सालों में 1187 सीएनजी स्टेशन स्थापना के लक्ष्य के विरुद्ध 296 सीएनजी स्टेशन स्थापित किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में जियोग्राफिकल एरिया के अनुसार 17 संस्थाएं कार्य कर रही है।
सिंह ने राजस्थान गैस द्वारा कोटा में आधारभूत संरचना विकसित करने और सीएनजी पीएनजी गैस कनेक्शन जारी कराने के कार्यों के साथ ही कूकस व नीमराना में सीएनजी स्टेशनों का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य नोडल संस्था के रुप में सभी संस्थाओं के साथ समन्वय की जिम्मेदारी भी आरएसजीएल के पास है।
इस अवसर पर आरएसजीएल के डीजीएम मार्केटिंग विवेक रंजन, डीजीएम एचआर विवेक श्रीवास्तव, सीएफओ दीप्तांशु पारीक, डीजीएम कोटा सीपी चौधरी, सीएस रवि अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।