श्रीगंगानगर : जिले के रामसिंहपुर इलाके के गांव पांच यूडीएम (उदासर) में खेत में बने हौद (डिग्गी) में डूबने से रविवार दोपहर पांच चचेरे भाई-बहनों की मौत हो गई। सभी की उम्र 8 से 13 साल के बीच है। पांचों बच्चे पास के ही अलग-अलग मजदूर परिवारों के हैं। रविवार दोपहर ये लोग गुड्डी पूजन के लिए गांव में अपने घर के पास ही बनी डिग्गी के नजदीक गए थे। इसी दौरान इनमें से एक बच्चे का पांव फिसला और वे डिग्गी में जा गिरा। उसके डिग्गी में गिरने के साथ ही दूसरे बच्चे एक-एक कर डिग्गी में उसे बचाने के लिए उतरते गए और इससे उनकी मौके पर ही मौत गई। पास से गुजर रहे ग्रामीणों ने जब डिग्गी में शव देखे तो इसकी सूचना आसपास के लोगों को दी। इस पर बच्चों के शव डिग्गी से निकलवा लिए गए। हादसे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर दुख जताया है।
पांचों मृतक बच्चे मजदूर परिवारों के हैं। इनमें भावना (10) पुत्री गोरधन, निशा (11) पुत्री विनोद, आशीष (10) पुत्र अनिल, राजेश (8) पुत्र गोरधन और अंकित (9) पुत्र संदीप शामिल हैं। खेलते-खेलते ये बच्चे पास ही एक खेत में पहुंच गए। इस खेत में खेलने के दौरान ही अचानक एक बच्चा किसी कारण से डिग्गी के पास गया और उसका पांव फिसलने से वह डिग्गी में गिर गया। उसे बचाने के लिए दूसरा बच्चा मौके पर पहुंचा। एक दूसरे को बचाने के प्रयास में बच्चे डिग्गी में उतर गए और उनकी मौत हो गई।
गुड्डी पूजन के लिए गए थे बच्चे
बच्चे रविवार को श्रावणी तीज के कारण गुड्डी पूजन करने गए थे। इस इलाके में तीज के दिन बच्चे गुड्डी पूजन का खेल खेलते हैं। इस दौरान एक किसान ने उन्हें डिग्गी से दूर भी किया लेकिन बच्चे थोड़ी देर में फिर वहां पहुंच गए और हादसे का शिकार हो गए। पांचों बच्चे आपस में चचेरे भाई बहन हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही मृतकों के परिवार के लोग मौके पर पहुंच गए। तब तक ग्रामीण बच्चों के शव निकालने में लगे हुए थे। बच्चों के शव देखकर परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मौके पर पहुंची रामसिंहपुर पुलिस ने शव कब्जे में लिए और उसे रामसिंहपुर के सरकारी अस्पताल ले गए। जहां उन्हें मोर्चरी में रखवा दिया गया।