11 कैबिनेट, 4 राज्य मंत्रियों ने मंत्री पद की शपथ ली

शपथ

जयपुर : राज्य की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार के 11 कैबिनेट व 4 राज्य मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल कलराज मिश्र ने एक एक कर मंत्रियों को शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सबसे पहले हेमाराम चौधरी का नाम शपथ के लिए पुकारा। उसके बाद महेन्द्रजीत मालवीय, रामलाल जाट, डॉ. महेश जोशी, विश्वेन्द्र सिंह, रमेश मीणा, ममता भूपेश, टीकाराम जुली, भजन लाल जाटव, गोविंदराम मेघवाल, शकुंतला रावत तथा राज्यमंत्री के रूप में राजेंद्र गुढ़ा, मुरारीलाल मीणा, बृजेन्द्र ओला ने शपथ ली। जाहिदा ने अंग्रेजी में शपथ ली। मंत्री जब शपथ ले रहे थे तब उनके समर्थक जिंदाबाद के नारे लगाते नजर आए। शपथ से पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सभी मंत्रियों को शुभकामनाएं प्रेषित की। प्रतिपक्ष की ओर से राजेंद्र राठौड आदि मौजूद थे।

इससे पहले प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी विधायकों की बैठक हुई। बैठक को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय माकन, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने संबोधित किया। बैठक में कई मंत्री, राज्य मंत्री से केबिनेट मंत्री बनने वाले एवं मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले विधायक, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित कई विधायक बैठक में शामिल हुए। डोटासरा ने शपथ लेने वाले नए मंत्रियों को माला पहनाकर स्वागत किया गया। उन्हें तिलक लगाकर भी स्वागत किया गया।

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गहलोत केबिनेट के चेहरे

केबिनेट मंत्री

1. महेन्द्रजीत सिंह मालवीय
– सीएम अशोक गहलोत के करीबी।
– आदिवासी अंचल के कद्दावर विधायक।
– बांसवाड़ा की बागीदौरा से कांग्रेस विधायक।
– पिछली गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री।

2. डॉ. महेश जोशी
– सीएम गहलोत के विश्वस्तों में शुमार।
– अभी सरकारी मुख्य सचेतक के पद पर हैं।
– जयपुर संभाग से बड़ा चेहरा।
– जयपुर से लोकसभा सांसद रह चुके।

3. हेमाराम चौधरी
– मारवाड़ अंचल के कद्दावर जाट नेता।
– बाड़मेर के गुढ़ामालानी से विधायक।
– विधानसभा में रह चुके नेता प्रतिपक्ष।
– गहलोत सरकार के दूसरे कार्यकाल में रह चुके हैं कैबिनेट मंत्री।
– हरीश चौधरी के स्थान पर कैबिनेट में।

4. विश्वेंद्र सिंह
– भरतपुर राज परिवार के सदस्य।
– पहले पायलट अब गहलोत के समर्थक।
– पायलट कैंप का साथ देने पर किए गए थे मंत्रिमंडल से बर्खास्त।

5. रामलाल जाट
– सीपी जोशी और गहलोत के समर्थक।
– भीलवाड़ा के मांडल से विधायक।
– मेवाड़ में पार्टी का चिर-परिचित जाट चेहरा।
– गहलोत सरकार के दूसरे कार्यकाल में रह चुके मंत्री।

6. शकुंतला रावत
– मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की समर्थक।
– बानसूर से लगातार दूसरी बार विधायक।
– महिला गुर्जर नेता के तौर पर चर्चित।
– कांग्रेस आलाकमान के यहां सीधी पहुंच।

7. रमेश मीणा
– सचिन पायलट के समर्थक।
– करौली के सपोटरा से लगातार तीसरी बार विधायक।
– पूर्वी राजस्थान के कद्दावर मीणा नेता।
– भाजपा सांसद किरोड़ी मीणा का तोड़ माना जाता।

8. ममता भूपेश
– सीएम गहलोत की समर्थक।
– दिल्ली दरबार में सीधी पहुंच।
– राज्य मंत्री से केबिनेट में प्रमोट।
– दौसा के सिकराय से दूसरी बार विधायक।

9. गोविंद राम मेघवाल
– बीकानेर के खाजूवाला से विधायक।
– मुख्यमंत्री गहलोत के समर्थक।
– बीकानेर संभाग से बड़ा दलित चेहरा।

10. भजन लाल जाटव
– सीएम गहलोत के समर्थक।
– वैर-भुसावर से दूसरी बार विधायक।
– राज्य मंत्री से कैबिनेट में प्रमोट किए गए।

11. टीकाराम जूली
– कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह के करीबी।
– अलवर ग्रामीण से विधायक।
– राज्यमंत्री से कैबिनेट में प्रमोट किए गए।

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गहलोत मंत्रिमंडल के राज्यमंत्री

1. बृजेंद्र ओला
– सचिन पायलट के करीबियों में शुमार।
– सियासी बाड़ाबंदी में थे पायलट कैंप में।
– झुंझुनूं से लगातार तीसरी बार विधायक।
– दिग्गज जाट नेता शीशराम ओलाा के पुत्र।
– गहलोत सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी रह चुके मंत्री।

2. मुरारी मीणा
– सचिन पायलट के समर्थक।
– दौसा से कांग्रेस विधायक।
– गहलोत सरकार के दूसरे कार्यकाल में रह चुके मंत्री।

3. राजेन्द्र गुढ़ा
– मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक।
– बसपा विधायकों का कांग्रेस में विलय कराने में अहम रोल।
– झुंझुनूं के उदयपुवाटी से कांग्रेस विधायक।
– गहलोत सरकार के दूसरे कार्यकाल में रह चुके राज्यमंत्री।

4. जाहिदा खान
– सीएम गहलोत की समर्थक।
– मेव समुदाय में बड़ा नाम।
– भरतपुर के कामां से दूसरी बार विधायक।
– दिवंगत मेव नेता चौधरी तैयब हुसैन की बेटी।

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12 जिलों से कोई मंत्री नहीं
मंत्रिमंडल पुनर्गठन के साथ ही मंत्रिमंडल के सभी 30 पद भर गए हैं। इसके बावजूद 12 जिले ऐसे हैं, जहां से कोई मंत्री नहीं बन सका। इनमें उदयपुर, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, सिरोही, धौलपुर, टोंक, सवाई माधोपुर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चुरू, अजमेर, सीकर जिले शामिल हैं।

बर्खास्त को फिर बनाया मंत्री
गहलोत-पायलट खेमे की सियासी जंग के दौरान बर्खास्त किए गए दोनों मंत्रियों को पुन: मंत्री बनाया गया है। केनिबेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा को पहले बर्खास्त किया गया था। दोनों को फिर से केबिनेट मंत्री बनाया गया है।

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इन जिलों में सबसे ज्यादा मंत्री
प्रदेश के पांच जिले ऐसे हैं, जहां सबसे ज्यादा मंत्री हैं। जयपुर से 4, भरतपुर 4, दौसा 3, बीकानेर 3, झुंझुंनूं 2, बांसवाड़ा 2, अलवर 2, कोटा 2, भीलवाड़ा 1, बाड़मेर 1, करौली 1, जालौर 1, बूंदी 1, जैसलमेर 1, जोधपुर 1 विधायक मंत्री बने हैं।

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