World Red Cross Day : अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस दिवस(World Red Cross Day) हर साल 8 मई को मनाया जाता है। इसके संस्थापक हेनरी ड्यूनेंट के जन्मदिन पर यह दिन मनाया जाता है। हेनरी ड्यूमेंट के प्रयासों से 1864 में जेनेवा समझौते के जरिए अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस मूवमेंट की स्थापना हुई थी। हेनरी ड्यूमेंट को पहला नोबेल शांति पुरस्कार भी प्रदान किया गया था।
जहां तक भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी(Red Cross Organisation) का सवाल है, इसकी स्थापना 1920 में भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी अधिनियम के तहत की गई थी और उसके नौ साल बाद इसकी गतिविधियों को ध्यान में रखकर अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस आंदोलन ने इसे अपनी मान्यता दी। आज कोविड-19 महामारी (Corona Pandemic) में रेड क्रॉस आंदोलन की अहमित और भी अधिक प्रासंगिक हो गई है।
स्वयंसेवी संस्था
रेड क्रॉस एक स्वयंसेवी संस्था है और देश के किसी भी भाग में प्राकृतिक या मानवीय आपदा के शिकार लोगों को बचाने और राहत पहुंचाने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस तरह की संस्थाओं में जो स्वयंसेवक होते हैं, उनसे लोगों को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
सोसाइटी का मुख्य उद्देश्य
रेड क्रॉस सोसाइटी सात सिद्धांतों मानवता, निष्पक्षता, तटस्थता, स्वतंत्रता, स्वैच्छिक, एकता और सार्वभौमिकता पर आधारित है। सोसाइटी का मुख्य उद्देश्य मूल रूप से किसी भी समय और परिस्थितियों में सभी प्रकार की मानवीय गतिविधियों को प्रेरित करना, आरंभ करना और प्रोत्साहित करना है।
कोरोना महामारी में रेड क्रॉस की भूमिका
वर्तमान समय में कोरोना महामारी और परिस्थितियों को देखते हुए रेड क्रॉस की भूमिका केवल युद्ध के दौरान बीमार और घायल सैनिकों, युद्ध करने वालों और युद्धबंदियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना और उचित उपचार की सुविधाएं उपलब्ध कराना ही नहीं रह गया है। अब उसके दायित्व का दायरा और अधिक बढ़ गया है। रेड क्रॉस सोसाइटी का नारा है- अपने अन्दर के स्वयं सेवक को पहचानें। मानवता, निष्पक्षता, तटस्थता, स्वतंत्रता, सार्वभौमिकता और एकता जैसे सिद्धांतों पर कार्यरत इस संस्था की भूमिका कोरोना संकट के दौर में और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है।
- राहत सामग्री के साथ कोविड केयर सेंटर
- भोजन उपलब्ध कराना और लोगों को परिवार से मिलाना
- शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना
- ब्लड बैंकों के जरिए खून की कमी दूर करना
- इस सोसाइटी के लाखों स्वयंसेवी इस महामारी के दौर में समाजसेवा में लगे हैं।