भुवनेश्वर: ओडिशा के नबरंगपुर में एडिशनल सब-कलेक्टर प्रशांत राऊत को विजिलेंस की टीम ने नबरंगपुर से अरेस्ट कर लिया। गिरफ्तारी से पहले प्रशांत के घर और ऑफिस समेत 9 जगहों पर 3 दिन तक छापा मारा गया। प्रशांत के पास 3 करोड़ 2 लाख 30 हजार 800 रुपए की राशि को देख विजिलेंस के अधिकारी भी भौंचक्के रह गए।
राऊत को सुंदरगढ़ विजिलेंस कोर्ट में पेश किया जाएगा। छापे के दौरान विजिलेंस की टीम शुक्रवार की रात प्रशांत के भुवनेश्वर वाले घर छापा मारने पहुंची तो उनके परिवार ने 3 करोड़ की नकदी डिब्बों में भरकर पड़ोसी की छत पर फेंक दी थी। हालांकि विजिलेंस टीम ने इसे भी जब्त कर लिया। नबरंगपुर की जनता ने प्रशांत की गिरफ्तारी की खबर सुनते ही उनके ऑफिस के बाहर जश्न मनाया और मिठाई बांटी। नबरंगपुर की जनता उससे परेशान थी।
2018 में रिश्वतखोरी का आरोप
विजिलेंस की ओर से बताया गया है कि प्रशांत कुमार राऊत पहली जुलाई 1996 में ओडिशा प्रशासनिक अधिकारी के रुप में नौकरी जीवन शुरु किया था और तहसीलदार के रुप में पहले केंद्रापाड़ा, जाजपुर, बालेश्वर और बरगढ़ जिला में कार्य किया। नवंबर 2018 में प्रशांत को सुंदरगढ़ जिले के बिसरा ब्लॉक बीडीआई के तौर पर एक लाख रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था। बाद में उसे नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया। 18 जनवरी 2020 में उसे अतिरिक्त उप-जिला कलेक्टर के रूप में नबरंगपुर में तैनात किया गया था।