मुम्बई। मुम्बई की सडक़ों पर भी जय-जय परशुराम के नारे गूंजे। ढोल, घोड़े, बग्गी, खुली सजी जीप बैंड के साथ बड़ी संख्या में सिर पर कलश लिए शोभायात्रा में महिलाएं। यह दृश्य था आज दूसरे दिन शुक्रवार को औद्योगिक नगरी मुंबई के उपनगरी इलाके ठाणे व मीरा-भायंदर में निकली परशुराम कुण्ड आमंत्रण यात्रा का। इस यात्रा के स्वागत का नजारा था कि कांचीपुरम से अरुणाचल के लिए रवाना हुए यात्रा के अमृत भारत रथ की अगवानी करने लोगों ने पलक पावड़े बिछा दिए। पुणे से पनवेल के रास्ते गुरुवार को मुंबई पहुंची परशुराम कुण्ड आमंत्रण यात्रा का प्रथम कार्यक्रम ठाणे में था। तीन हाथ नाका के पास में यात्रा का सबसे पहले भव्य स्वागत हुआ।
ठाणे के गुरुद्वारा के पास से यात्रा में चल रहे रथ को शोभायात्रा के रूप में ब्राह्मण सोसायटी तक ले जाया गया। ये शोभायात्रा यहां पहुंच धर्मसभा में बदल गई जिसमें वक्ताओं ने परशुराम कुण्ड के बारे में जानकारी दी। इस धर्मसभा में कबिना मंत्री का दर्जा प्राप्त विवेक पण्डित, परशुराम सेना के संस्थापक ओमप्रकाश शर्मा,विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय महामंत्री सीए सुनील शर्मा,राष्ट्रीय समन्वयक श्रीकिशन जोशी,महाराष्ट्र के प्रभारी राजेन्द्र झिरमिरिया, ठाणे चैप्टर के अध्यक्ष महावीर प्रसाद तावणियाँ,ब्राह्मण नेता एडवोकेट बीएल शर्मा,महेश जोशी, विजय बसावतिया,पवन शर्मा आदि मौजूद थे। छुट्टी का दिन न होते हुए बड़ी संख्या में उपस्थिति शोभायात्रा व धर्मसभा में रही। इसके बाद विप्र फाउंडेशन का अमृत भारत रथ काशी मीरा चोक पर मीरा-भायंदर की तरफ से अगवानी कर स्वागत किया गया।
इस अवसर पर विफा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा गुरुजी भी मौजूद थे। यहां से रथ को बाइक व कार रैली के साथ परशुराम चौक ले जाया गया। यहां पुलिस एसीपी जाधव ने पूजा-अर्चना की। इसके बाद शोभायात्रा विभिन्न धार्मिक स्थलों से होते हुए सप्तेश्वर धाम पहुंची। वहां से विशाल शोभायात्रा अपने गंतव्य भायंदर चौपाटी के लिए रवाना हो गया। यहां शोभायात्रा का नेतृत्व भायंदर चैप्टर के अध्यक्ष सीए मतोज शर्मा, महाराष्ट्र अध्यक्ष सीए रामावतार शर्मा, सीए दयाराम पालीवाल ,मंगला पुरोहित ,निर्मला भारद्वाज, गायत्री पंचालांगिया आदि के साथ विभिन्न दलों के स्थानीय नेता भी मौजूद थे। ये यात्रा यहां से डहाणू, वापी के रास्ते कल रात सूरत पहुंचेगी।