कानपुर : उत्तरप्रदेश के इटावा से कानपुर जा रही मालगाड़ी शुक्रवार सुबह 4 बजे पटरी से उतर गई। ये हादसा नई दिल्ली-हावड़ा रेल रूट के पैरेलर बने डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) ट्रैक पर हुआ है। यहां मालगाड़ी के 24 खाली वैगन पटरी से उतर गए। इससे करीब सौ मीटर तक DFC ट्रैक उखड़ गया। कुछ वैगन आपस में भिड़ने के बाद उछलकर नई दिल्ली-हावड़ा ट्रैक पर आ गिरे और इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही रुक गई। ऐसे में आगरा-लखनऊ इंटरसिटी एक्सप्रेस कैसिंल कर दी गई, जबकि 27 ट्रेनों के रूट बदले गए हैं।
वहीं, DRM मोहित चंद्र ने बताया कि मालगाड़ी के 24 वैगन पलट गए हैं। जिससे हमारा अप एंड डाउन रूट प्रभावित हैं। हमारी कोशिश है कि रात 12 बजे तक रूट क्लियर कर सके। हादसे के कारणों की जांच हो रही है। जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
तालाब में गिरे 5 वैगन
कानपुर जा रही मालगाड़ी अंबियापुर रेलवे स्टेशन के पास अचानक पटरी से उतर गई। लोको पायलट ने मालगाड़ी को रोकने का प्रयास किया तो मालगाड़ी के वैगन की आपस में जोरदार टकरा गए। इसमें 3 वैगन पास से गुजरी दिल्ली-हावड़ा रेल लाइन की पटरियों पर जा गिरे। वहीं, 5 वैगन दूसरी ओर तालाब में जा गिरे।
लोको पायलट व गार्ड ने दी हादसे की सूचना
हादसे में लोको पायलट व गार्ड सुरक्षित हैं। उन्होंने तुरंत घटना की जानकारी कंट्रोल रूम को दी। इसके बाद नई दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर अप व डाउन लाइन पर ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया। वहीं, जीआरपी के साथ रेलवे स्टाफ और तकनीकी टीम रेलवे ट्रैक को ठीक करने में जुट गए।
ट्रेनों का इंतजार करते रहे यात्री
हादसे के कारण फिरोजाबाद जिले के टूंडला स्टेशन पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है। 7 घंटे से ज्यादा समय तक आवागमन सुचारु नहीं हो सका। सुबह से स्टेशन पर बैठे यात्री ट्रेनों का इंतजार कर रहे हैं। रेलवे प्रशासन की तरफ से जानकारी दी गई कि कुछ ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। कुछ के रूट में बदलाव कर गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया है। वहीं ट्रेनों के रद्द होने और रूट के बदलाव से यात्रियों में मायूसी छा गई है।