नई दिल्ली: दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रवैया अपनाते हुए शुक्रवार को हुई सुनवाई में केंद्र सरकार से कहा कि अगले आदेश तक दिल्ली को हर रोज 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन देनी होगी। कोर्ट ने आज कहा कि दिल्ली को 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई(Oxygen Supply)का जो आदेश दिया गया था वह सिर्फ 1 दिन के लिए नहीं था।
केंद्र हर दिन कम से कम इतनी आपूर्ति करे, नहीं तो सुप्रीम कोर्ट को कड़ा आदेश पारित करना पड़ सकता है। जस्टिस डी वाय चंद्रचूड की बेंच ने इस मामले की सुनवाई करते हुए केंद्र को चेतावनी भी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ आदेश जारी किया जाएगा।
Justice Dr. Chandrachud, heading bench of SC said that 700 MT has to be supplied to Delhi on daily basis.
Every single day,700 MT oxygen must be given to Delhi hospitals. We need business&until that order is modified, please comply with our directions: Justice Chandrachud
— ANI (@ANI) May 7, 2021
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जब हम 700 मीट्रिक टन कह रहे हैं तो इतनी ही ऑक्सीजन दीजिए। हमें सख्त कदम उठाने को मजबूर न करें। अदालत की यह तल्खी इसलिए थी, क्योंकि उसने गुरुवार को ही केंद्र से साफ-साफ कह दिया था कि दिल्ली को 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन(Oxygen Supply) देनी ही पड़ेगी। इसके बावजूद दिल्ली सरकार की शिकायत आई कि उसे पूरी ऑक्सीजन नहीं मिल रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को यह भी कहा कि ऑक्सीजन के ऑडिट के लिए एक्सपर्ट पैनल बना दिया गया है, ताकि हर राज्य की जरूरत पता की जा सके। वहीं सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार के वकील राहुल मेहरा ने कहा कि आज सुबह 9 बजे तक दिल्ली को 89 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली थी और 16 मीट्रिक टन ट्रांसपोर्टेशन में थी।