जयपुर: राजस्थान में 19 अप्रैल से 3 मई तक जन अनुशासन पखवाड़े (कर्फ्यू) की शुरूआत हो गई हैं। ऐसे में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर प्रदेश में सब बंद हैं। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सख्ती बरती जा रही है,लेकिन इन सबके बीच एक खबर सामने आई है । वो यह कि प्रदेश के एक मंत्री ने कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उडाई हैं। ऐसे में जेहन में सवाल उठने लग गए हैं कि जब मंत्री ही नहीं मान रहे तो आम पब्लिक का क्या दोष?
बढ़ती महामारी के बीच लॉकडाउन जैसे सख्त फैसले लेने को मजबूर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मंत्री और पार्टी नेता ही गंभीरता नहीं समझ रहे हैं। लॉकडाउन के बावजूद परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और जयपुर के मेयर मुनेष गुर्जर ने सुभाष नगर में भीड़ लगाकर शिलान्यास किया। कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां जिम्मेदारों के सामने उड़ीं। जयपुर हेरिटेज के वार्ड नंबर 33 में सुभाष कॉलोनी की सभी सड़कों के डामरीकरण और पार्कों के नवीनीकरण का शिलान्यास कार्यक्रम भीड़ के बीच हुआ। यहां न सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा गया, न ही अन्य नियमों का।
19 अप्रैल से 3 मई तक जनअनुशासन पखवाड़ा
आपको बता दें कि रविवार को राजस्थान में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कर्फ्यू को लेकर नई गाइडलाइन जारी करते हुए प्रदेश में 19 अप्रैल से 3 मई तक जनअनुशासन पखवाड़ा मनाने का फैसला किया हैं। इस बार मुख्यमंत्री गहलोत ने कर्फ्यू को जनअनुशासन पखवाड़े का नाम दिया है। जहां एक औऱ प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर सीएम गहलोत चिंतित है और लगातार विभिन्न माध्यमों से चिकित्सा अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों, विभिन्न धर्मगुरुओं और विपक्ष के नेताओं के साथ वार्ता कर कोरोना के प्रभावी नियंत्रण और आगे की रणनीति पर कार्य कर रहे हैं। इससे पहले भी शुक्रवार को गहलोत सरकार ने वीकेंड कर्फ्यू की घोषणा की थी।