ये क्या बोल गए मंत्री परसादीलाल: मुरारी ने ही अपनी पत्नी को लोकसभा चुनाव हरवाया

30 06 2021 parsadi lal meena 21786277 155647950

जयपुर। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को लगातार मिल रही हार का जिक्र करते हुए चिकित्सा मंत्री परसादी ने कहा- सांसद के चुनाव में टिकट वितरण में पार्टी से चूक हुई थी। उन्होंने दौसा में कांग्रेस प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से कहा कि हमने आपके सामने टिकट वितरण के दौरान कहा था कि हम तो कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन मुरारीलाल मीणा को टिकट दे दो। मुरारीलाल खुद चुनाव लड़ते तो जीतते। भले ही राजस्थान में यह अकेले सांसद बनते, लेकिन जीतते जरूर। पार्टी ने सांसद का टिकट उनकी पत्नी सविता मीणा को दे दिया, जिसे खुद मुरारीलाल और बांदीकुई विधायक जीआर खटाणा ने चुनाव हरा दिया।

उन्होंने कहा- विधानसभा चुनाव में हमेशा दौसा क्षेत्र में कांग्रेस का बहुमत रहता आया है, राजेश पायलट के दौर में यहां से हमेशा कांग्रेस का सांसद बना। उसके बाद हमने सांसद बनाना बंद कर दिया। पिछले तीन बार से हम सांसद का चुनाव हारते आ रहे हैं। सबको पता है कि हम चुनाव क्यों हार रहे हैं। मंत्री ने पीसीसी चीफ को संबोधित कर कहा कि डोटासरा जी मुझे लगता है कि MLA तो हम जीत जाएंगे, लेकिन हालात ऐसे हो गए हैं कि सांसद जीतना अभी बहुत मुश्किल है।
परसादी ने कांग्रेस के दिवंगत नेता राजेश पायलट का बार-बार जिक्र किया और कहा- दौसा क्षेत्र से पंडित नवल किशोर शर्मा व राजेश पायलट जैसे सांसद रहे। हमें उन पर गर्व हैं। वे एक मीटिंग करके एक विधायक को चुनाव जिता देते थे। जहां एक मीटिंग कर दी, समझ लीजिए प्रत्याशी जीत गया। आज हमारी कई कमियां हैं, जिन्हें दूर करना चाहिए। हमारे प्रधान, जिला प्रमुख, विधायक आदि को ईमानदारी से कार्यकर्ता का काम करना चाहिए।

विधायक काम के बदले कार्यकर्ताओं से पैसे न ले

हेल्थ मिनिस्टर परसादी लाल मीणा ने कहा- विधायक कार्यकर्ताओं से काम के बदले पैसे नहीं लें। कार्यकर्ताओं का सम्मान करें। कार्यकर्ताओं के ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए भी पैसे ले लिए तो इससे बड़ा पाप कोई हो ही नहीं सकता। आपने पैसा लिया तो चुनाव में कार्यकर्ता धुआं उड़ा देंगे।

काम किया तो आज छठी बार विधायक हूं

मंत्री परसादी ने कहा- हमें समझ लेना चाहिए कि मौका बार-बार नहीं मिलता। पैसा तो और लोग भी पैदा कर लेते हैं। अगर मैं ईमानदारी से नहीं चलता तो हार जाता। लालसोट में तो एक बार का ही रिवाज है, दूसरी बार तो खाता ही नहीं खुलता। ईमानदारी से कार्यकर्ताओं के साथ रहा हूं और उनके काम किए हैं। इसलिए आज छठी बार विधायक हूं।

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