जयपुर। विप्र फाउंडेशन ने लालसोट की डॉ. अर्चना शर्मा की दु:खद मृत्यु के प्रकरण में राज्य सरकार की ओर से पुलिसकर्मियों के खिलाफ की गई प्रारंभिक कार्रवाई को उचित बताते हुए सराहना की, लेकिन साथ ही कहा कि सरकार के इस एक्शन से इस पूरे मामले की इतिश्री नहीं हो जाती है, दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए। परिवार को सुरक्षा मिले, झूठे मुकदमे में फंसाने वालों पर सख्त कार्रवाई हो, अभियोग संख्या 157/22 की उच्च स्तरीय जांच तथा मृतक डॉ. अर्चना शर्मा के नाम पर कोई राज्यस्तरीय पुरस्कार की घोषणा की जाए।
विप्र फाउंडेशन जोन 1 की ओर से इस संबंध में आज राज्य के मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर विशाल राजन को एक छह सूत्रीय मांग पत्र का ज्ञापन भी सौंपा गया, जिसमें इन सभी बिंदुओं का विस्तार से उल्लेख किया गया है। जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में संगठन के राष्ट्रीय सचिव विनोद अमन, प्रदेशाध्यक्ष राजेश कर्नल, युवा प्रदेशाध्यक्ष पवन नटराज, प्रदेश उपाध्यक्ष अजीत गौड़, प्रदेश सचिव पुष्पेन्द्र शर्मा व प्यारेलाल शर्मा, पार्षद धीरज शर्मा, हेरिटेज के जिला महामंत्री सीए हेमंत शर्मा व एडवोकेट जितेन्द्र भारद्वाज, युवा के पारस शर्मा, जिला सचिव श्रीकिशन शर्मा, पंडित बिहारी लाल व्यास, संजय शर्मा, कैलाश तिवाड़ी, कैलाश जोशी, पवन शर्मा भांडारेज, गिर्राज शर्मा आदि शामिल थे।