जयपुर। राजस्थान विधानसभा में आज अभूतपूर्व घटनाक्रम घटित हुआ। स्पीकर डॉ.सी.पी.जोशी ने संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल से हुई भिडं़त के बीच सदन की कार्रवाई को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। हुआ यूं कि विपक्ष का हंगामा शांत होने के बाद ससंदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल बाद बोलना चाहते थे,लेकिन स्पीकर ने अनुमति नहीं दी। धारीवाल बार बार टोकने के बावजूद नहीं माने तो नाराज स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया।
यूं चला सारा घटनाक्रम
आपको बता दे कि इस घटनाक्रम से पहले परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की भिड़त से सदन में हुए हंगामे के कारण दो बार विधानसभा की कार्यवाही स्थगित हो चुकी थी। छह बजे जब फिर से कार्यवाही शुरू हुई तो स्पीकर ने कहा कि पहले जो हुआ उसे भूलिए और आगे बढि़ए। आज बिल पारित होने के दौरान जिस तरह की डिबेट थी वह सही नहीं थी। अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस का हवाला देते हुए स्पीकर सीपी जोशी ने कहा, बिल पर चर्चा जिस ढंग से हो रही थी वह नियम के हिसाब से नहीं थी। डिबेट ऐसी लंबी कर दी जैसे डिमांड पर चर्चा हो। आज बिल पर बहस विषय के अनुसार भी नहीं थी। जो कुछ हुआ उसे भूलना चाहिए और आगे इस गलती को दोहराए नहीं।
इसके बावजूद धारीवाल बोलने लगे, जोशी ने कहा-आप दूसरा अध्यक्ष चुन लीजिए, इस तरह नहीं चलने दूंगा। आप इस तरह अध्यक्ष को डिक्टेट नहीं कर सकते। आप सदन नहीं चलाना चाहते तो अभी स्थगित कर देता हूं। धारीवाल इस पर भी बोलने से नहीं रुके तो नाराज स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।
स्पीकर को मनाने का प्रयास,स्पीकर माने तो जारी हो सकता है बुलेटिन
संसदीय कार्यमंत्री के बर्ताव से नाराज होकर विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने के अध्यक्ष के फैसले से सत्ता पक्ष सकते में आ गया। कांग्रेस विधायक स्पीकर सीपी जोशी के चैंबर में पहुंचे। उन्हें मनाने की कोशिश की जा रही है। स्पीकर मान गए तो बुलेटिन जारी कर फिर से सदन को आहुत कर सकते हैं,लेकिन विधानसभा के जानकारों का कहना है कि ये भी पहली ही बार होगा कि अनिश्चितकाल के लिए सदन स्थगित कर हाथों हाथ फिर से सदन आहुत का बुलेटिन जारी हो।
बीएससी में तय एजेंडे के अनुसार दो दिन और होनी थी बैठक
आपको बता दे कि कार्यसलाहकार समिति की बैठक में जय एजेंडे के अनुसार 17 व 18 सितम्बर को भी सदन की बैठक होनी थी। अब ये स्पीकर पर ही सारा दारोमदार हैं। गलती सुधारने के लिए इस सत्र में ये दूसरा बुलेटिन जारी होगा। इससे पहले गणेश चतुर्थी का अवकाश घोषित करने के लिए बुलेटिन जारी कर कार्यवाही को अगले दिन के लिए प्रस्तावित की गई थी।