उदयपुर: प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मंगलवार से मेवाड़ यात्रा सांवलिया सेठ के मंदिर में दर्शन से शुरू की। मंदिर समिति के सदस्यों ने उनका स्वागत किया। अब तक राजसमंद के चारभुजा मंदिर से ही शुरूआत करतीं थीं। दर्शन के बाद उन्होंने मंच से जनसभा को सम्बोधित किया। मंच से राजे ने कहा कि पार्टियां कयास लगा रही है कि यह यात्रा राजनीतिक है। मगर राजे ने कहा यह राजनैतिक नहीं पारिवारिक यात्रा है। हर बात को राजनीति से जोड़ना गलत है। उन्होंने कहा कि कोविड में कई लोगों ने अपनों को खोया है। उनके दुख में शरीक होने आई हूं। सांवरा सेठ के दर्शन कर कोविड का असर कम होने का धन्यवाद दिया है।
बता दे कि राजस्थान में दो साल बाद चुनाव होने है। राजनीतिक गलियारों में राजे की यात्रा को लेकर चर्चा है। इसे चुनाव की तैयारी और वसुंधरा की दावेदारी मजबूत करने से देखा जा रहा है।
लेकिन यहां कार्यकर्ताओं को राजे की नाराजगी का सामना करना पड़ा। दरअसल, सभा के दौरान भीड़ मंच पर ही पहुंच गई। पुलिस के लिए भी कंट्रोल करना मुश्किल हो गया, पहले राजे ने मंच पर चढ़ रहे कार्यकर्ताओं को फटकार लगाई, फिर भी कार्यकर्ता नहीं माने तो नाराज राजे भाषण बीच में छोड़कर बैठ गई। इसके बाद भी कार्यकर्ता नहीं माने।