जयपुुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिक्षकों के तबादलों में पैसों के लेनदेन का सवाल उठा ऐसा बखेड़ा खड़ा कर डाला कि मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कई और मंत्रियों पर भी आरोपों लग रहे हैं। एक महिला आरएएस अधिकारी नीलिमा तक्षक ने फेसबुक पर भरतपुर के एक पार्षद सतीश सोगरवाल के खिलाफ किए खुले कमेन्टस में मंत्री का खुला नाम तो नहीं लिया,लेकिन इनके आका के आँख पर भी पट्टी बंध रहीं है कहकर चिकित्सा राज्य मंत्री को भी लपेट डाला। इस अधिकारी ने पार्षद को दलाल शब्द से सम्बोधित करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इन आरोपों को लेकर भरतपुर की राजनीति में भूचाल सा आ गया हैं। पार्षद सतीश सोगरवाल चिकित्साराज्य मंत्री सुभाष गर्ग के सबसे खासमखास माने जाते है। आका शब्द का उपयोग उन्हीं के लिए किया गया बताया।
महिला आरएएस अधिकारी नीलिमा तक्षक ने भाजपा के जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह की फेसबुक पर कमेन्टस करते हुए लिखा है कि भरतपुर में भी सतीश सोगरवाल नाम का दलाल सक्रिय हैं। इसे यूआईटी, नगर निगम ,पुलिस और शिक्षा विभाग में दलाली करने के लिए खुला छोड़ रखा हैं। इसी तरह एक और दलाल आशु एवं ठेकेदार विकेन्द्र उर्फ बीके श्रीराम फार्म हाउस पर आए दिन पार्टी कर इसके रंग में रंगे हुए हैं। इनके आका के आँख पर भी पट्टी बंध रहीं है। भरतपुर में ये पोस्ट जबरदस्त तरीके से न केवल वायरल हो रही है,बल्कि राजनीतिक हलकों में इन कमेन्टस पर जमकर चटखारे लिए जा रहे हैं।
आपको बता दे कि नीलिमा तक्षक भरतपुर में वृज विश्वविद्यालयकी रजिस्ट्रार, नगर निगम में आयुक्त और यूआईटी में सचिव के पद पर रह चुकी हैं। तक्षक इन पदों पर रहते हुए भी खबरों में बनी हुई रही हैं। तक्षक को लेकर चर्चा है कि इन्हें भरतपुर चिकित्सा राज्यमंत्री सुभाष गर्ग ही लेकर आए थे,लेकिन अब दोनों के बीच छत्तीस का आंकड़ा हैं। जिन सतीश सोगरवाल पर नीलिमा ने ये आरोप लगाए है वे पार्षद के साथ सेवर ब्लॉक के निवर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष भी है तो उनकी पत्नी शंकुतला सोगरवाल सेवर पंचायत समिति की प्रधान है। नीलिमा तक्षक की टिप्पणी पर सतीश सोगरवाल ने ये सफाई भी दी कि यह फर्जी मीडिया अकाउंट है। कोई कुछ भी कह सकता है। मेरे बारे में कोई एक भी आरोप साबित नहीं कर सकता,क्योंकि में सच्चाई के साथ काम करता हूं। इसके प्रत्युत्तर में तक्षक ने कहा है कि यह मेरा ही सोशल मीडिया अकाउंट हैं। अपनी बात रखने की सभी को आजादी हैं । अगर किसी को कोई आपत्तिहै तो वह कुछ भी करें। स्वतंत्र रूप से बात रखना मेरा भी अधिकार हैं जो कहा वह सच हैं।