उदयपुर। विप्र फाउंडेशन की ओर से विविध क्षेत्रों में सेवारत दस विप्र महिलाओं को तेजस्विनी अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इनमें मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. वर्षा शर्मा भी शामिल है, जिन्हें शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारों के लिए चुना गया हैं। स्कूली शिक्षा के समय से ही टॉपर रही डॉ.वर्षा शर्मा सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय की 2009 में गोल्ड मेडलिस्ट छात्रा भी रही हैं। एमए, एमबीए, नेट, सेट, पीएचडी और आईसीएसएसआर, नई दिल्ली से पोस्ट डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त तथा कई अवॉर्ड अपने नाम करने वाली डॉ. शर्मा के कई शोध पत्र व हेल्थ साइकोलॉजी पर पुस्तक भी प्रकाशित हो चुकी हैं।
तेजस्विनी अवॉर्ड की इसी कड़ी में पत्रकारिता में मुम्बई की सुधा श्रीमाली, बीएसएफ में नई दिल्ली की सुश्री तनुश्री पारीक, भजन गायकी में जयपुर की सुश्री सुरभि चतुर्वेदी, आईटी में गुडग़ांव की अभिलाषा गौड़, सामाजिक क्षेत्र में देवगढ़ की श्रीमती भावना पालीवाल, खेल में उदयपुर की सुश्री माला सुखवाल, साहित्य में राजसमंद की डॉ.रचना तेलंग, नृïत्य में बड़ौदा की सुश्री नीतू सिंह राजपुरोहित तथा चित्रकारी में बीकानेर की मेघा हर्ष का तेजस्विनी अवॉर्ड के लिए चयन किया गया हैं।
महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय प्रभारी सोनाली शर्मा ने बताया कि चयनित सभी दस महिलाओं ने अपनी कठोर साधना से राष्ट्रीय क्षितिज पर विशेष पहचान बनाई हैं। इन सभी को 26 मार्च को नाथद्वारा में होने वाले श्रीअभ्युदय उत्सव (विप्र महिला सामागम) में ये गरिमामय सम्मान प्रदान किया जाएगा।