भीलवाड़ा : जिले के दो कॉन्स्टेबल की हत्या करने के बाद फरार चल रहे राजू फौजी के साथी रमेश विश्नोई उर्फ रमेश भानिया ने चित्तौड़गढ़ एनडीपीएस कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। रमेश ने यह सरेंडर पुलिस के एनकाउंटर के डर से किया है। एनकाउंटर के डर के चलते रमेश ने मानवाधिकार आयोग में भी अपील की है। बुधवार को चित्तौड़गढ़ एनडीपीएस में अपने वकील दिव्यानंद शर्मा के साथ रमेश पहुंचा और कोर्ट में सरेंडर किया।
झूठे मामले फंसाने का लगाया आरोप
रमेश भाटिया के वकील दिव्यानंद शर्मा ने बताया कि रमेश भानिया को पुलिस से जान का खतरा है। रमेश भाटिया ने पुलिस पर उसे बेवजह मामलों में फंसाने का आरोप लगाया है। इसके चलते रमेश ने मानवाधिकार आयोग के सामने उसके जीवन को बचाने की गुहार भी लगाई है। इधर, भीलवाड़ा पुलिस ने राजू फौजी की तलाश शुरू कर दी है। हाल ही में उस पर इनाम की राशि 50 हजार रुपए से बढ़ाकर 1 लाख रुपए तक कर दी थी। कुछ दिनों पहले जोधपुर से राजू फौजी के 4 साथियों को गिरफ्तार किया गया था।
ये है मामला
मारवाड़ के तस्कर राजू फौजी व उसके साथियों ने 10 अप्रैल की रात को कोटड़ी थाने के कांस्टेबल औकार रायका और रायला के कांस्टेबल पवन चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में मुख्य सरगना सुनील डूडी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को अब गिरोह के सरगना राजू फौजी व उसके साथियों की तलाश है। यह पांचों प्रदेश के कई स्थानों में वांछित हैं। पुलिस की टीमों ने इन तस्करों को खोजने के लिए जोधपुर जैसलमेर नागौर बाड़मेर के अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी है। इसके साथ ही इन जिलों के आसपास के सीमावर्ती जिलों में भी इन बदमाशों ने अपने ठिकाने बना रखे हैं। पुलिस अपनी मुखबिर तंत्र से जल्द ही इन्हें गिरफ्तार करने का दावा भी कर रही है।