जयपुर : स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने REET पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड बत्तीलाल मीणा को तो पकड़ लिया लेकिन बीकानेर में चप्पल से नकल कराने के मामले का सरगना तुलसाराम कालेर अब तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ पाया है। गंगाशहर थाने में दर्ज नकल के इस मामले में बीकानेर पुलिस कई राज्यों में दबिशें दे चुकी है, यहां तक कि तुलसाराम के सभी गुर्गे गिरफ्तार हो चुके हैं। लेकिन तुलसाराम पकड़ में नहीं आया है।
26 सितम्बर को आयोजित REET परीक्षा में तुलसाराम की गैंग ने राज्यभर में REET की परीक्षा दे रहे 25 स्टूडेंट्स को तैयार किया। इन्हें नकल के लिए 6 लाख रुपए देने थे। जिसने रुपए दिए, उन सभी को एक विशेष तरह की चप्पल दी गई। उस चप्पल में ही मोबाइल फिट कर दिया गया था। एक ब्ल्यू ट्रूथ भी स्टूडेंट को दिया गया। ये नकल होती इससे पहले 25 सितम्बर को एक महिला सहित पांच को गंगाशहर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इस गिरफ्तारी की भनक तुलसाराम को लगी और वो फरार हो गया। जो अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है।
राज्य से बाहर भी ढूंढा
तुलसाराम को पुलिस ने उसके बीकानेर व चूरू स्थित मकानों पर ढूंढने के साथ ही राज्य के कई जिलों और राज्य से बाहर भी दबिश दी लेकिन वो नहीं मिला। आशंका जताई जा रही है कि वो नेपाल सहित किसी अन्य स्थान पर हो सकता है। पुलिस ने उसके परिजनों से भी संपर्क किया। उसकी पत्नी आरपीएस अधिकारी है लेकिन पिछले छह महीने से दोनों के बीच कोई संवाद नहीं है। पहले पत्नी से भी पूछताछ का प्रयास हुआ लेकिन बाद में दोनों के बीच संवाद नहीं होने से पुलिस ने इस दिशा में कोई प्रयास नहीं किया। पुलिस की मानें तो तुलसाराम पत्नी सहित किसी परिजन के संपर्क में नहीं आया।
ये हुए हैं गिरफ्तार
गंगाशहर पुलिस ने REET परीक्षा के दिन ही बीकानेर में मदनलाल जाट, त्रिलोकचंद ब्राह्मण, ओमप्रकाश जाट, गोपाल कृष्ण जाट व एक महिला किरण जाट को गिरफ्तार किया था। इसी दिन तुलसाराम कालेर की चप्पल से नकल करने के आरोप में राज्यभर में गिरफ्तारी हुई। इसमें हनुमान बिश्नोई व मालाराम बिश्नोई को प्रतापगढ़ से, आदूराम को नीमकाथाना सीकर से, सुरजाराम को जयनारायण व्यास कॉलोनी बीकानेर और गणेशाराम को अजमेर में गिरफ्तार किया गया।