जयपुर: अयोध्या में बन रहे रामलला के भव्य राम मंदिर का निर्माण करीब 50% तक पूरा हो चुका है। देश और दुनिया के करोड़ों श्रद्धालु इस दिव्य राम मंदिर को निहारने के लिए जनवरी 2024 का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में राम भक्त मंदिर में रामलला के विराजमान होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ऐसा ही एक राम भक्त झालावाड़ जिले का निवासी सचिन कश्यप पिछले 6 साल से पैदल चल रहा है सचिन ने यह फैसला तब लिया था जब अयोध्या राम मंदिर का केस कोर्ट में चल रहा था कि जब तक अयोध्या में श्री राम मंदिर नहीं बन जाता तब तक वह नंगे पेर रहेगा तथा हर परिस्थितियों में अपने संकल्प पर अडिग रहेंगे।
सचिन के इस फैसले की काफी लोगों ने सराहना की एवं कहीं जगह पर संगठनों द्वारा सचिन कश्यप को सम्मानित भी किया गया। सचिन का कहना है कि राम मंदिर हमारी आस्था से जुड़ा हुआ मामला है। राम मंदिर के लिए कहीं राम भक्त एवं कारसेवक बंधु शहीद हुए हैं। आज जब राम मंदिर बन रहा है तो यह कहीं ना कहीं उन राम भक्तों एवं शहीद कारसेवकों के संघर्ष का नतीजा है। यही उन कारसेवकों को सच्ची श्रद्धांजलि है बता दें कि सचिन कश्यप पिछले 6 साल से नंगे पैर घूम रहे हैं उसी के साथ साथ जब कोरोनावायरस अपनी चरम सीमा पर था। तब सचिन कश्यप द्वारा नंगे पैर काफी सेवा की जिसमें गोवंश को चारा एवं श्वानों को बाटियां डालने का काम किया एव कोविड-19 से होने वाली म्रत्यु एवं लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार भी सचिन कश्यप द्वारा नंगे पैर किया गया। उन्होंने ने बताया कि उनके संकल्प को पूरा करने में कहीं ना कहीं बहुत महत्वपूर्ण स्थान उनसे जुड़े हुए लोगों का रहा। जिन्होंने सर्दी गर्मी बरसात उनका साथ दिया एवं आज भी सचिन अपने संकल्प पर अडिग हैं। उन्होंने बताया कि जब राम मंदिर का उद्घाटन शिलान्यास होगा तब वहां झालावाड़ से अयोध्या तक पैदल यात्रा करेंगे एवं तभी चप्पल धारण करेंगे।