चूरू। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री प्रज्ञा मंडल सांखू फोर्ट की ओर से कस्बे की श्री साईं गौशाला में रविवार को नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ हुआ। व्यास पीठ से आलोक कलोइया और जय सिंह ने यज्ञ का संचालन करते हुए कहा कि यज्ञ भगवान को भोजन करवाने का वैदिक माध्यम है। यज्ञ भारतीय संस्कृति के पिता और गायत्री माता है। उन्होंने कहा कि बीमारियों से बचना है तो घर में प्रतिदिन या साप्ताहिक हवन करना चाहिए। यज्ञ से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है। श्रद्धालुओं ने यज्ञ की पूर्णाहुति में एक बुराई छोड़ने, एक अच्छाई ग्रहण करने का संकल्प लिया। इससे पूर्व वेदमाता गायत्री, गुरुसत्ता पंडित श्री राम शर्मा आचार्य, भगवती देवी शर्मा सहित 33 देवी – देवताओं का आह्वान कर षोडशोपचार पूजन किया गया। अग्नि स्थापन कर गायत्री एवं महामृत्युंजय मंत्र के साथ यज्ञ देवता को आहुतियां अर्पित की गई। कोरोना महामारी के नाश के लिए विशेष आहुति अर्पित की गई।
जूठन नहीं छोड़ने की ली शपथ
इस अवसर पर युवा भारत मातृभूमि अभ्युदय इकाई भगत सिंह नवयुवक मंडल संस्थान की ओर से अन्न जागरूकता पर औऱ वीर वीरांगना प्रदर्शनी लगाई गई। जिला योग प्रचारक नरेंद्र भारतीय ने पर्यावरण जागरूकता का संदेश देते हुए वैदिक वंदना की। उपस्थित लोगों को मांगलिक कार्यक्रमों में भोजन के दौरान जूठन नहीं छोड़ने, अधिक से अधिक पौधरोपण करने का संकल्प करवाया। साथ ही अपने घर और प्रतिष्ठान में महापुरुषों के चित्र लगाने एवं सद साहित्य के अध्ययन और नियमित योग करने का आह्वान किया।
ईको ब्रिक्स से होगा पॉलीथिन का समाधान
शिक्षाविद बृजमोहन कारगवाल ने प्लास्टिक की थैलियों को पानी और शीतल पर की खाली बोतलों में भरकर इकोब्रिक्स बनाते हुए पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया। इस मौके पर गायत्री विद्या मंदिर के विद्यार्थियों द्वारा तैयार इकोब्रिक्स की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस मौके पर सरपंच प्रतिनिधि प्रेम सिंह उदावत, गोशाला समिति के अध्यक्ष अरुण दीक्षित, सचिव भंवर लाल गोस्वामी, रामकरण, गोपी कृष्ण, ताराचंद प्रजापत, दिनेश सोनी, हरचंद, भुवनेश्वर शर्मा, नागरमल, प्रदीप जांगिड़, रामस्वरूप काजला, टिकू राम यजमान के रूप में उपस्थित रहे।