जयपुर: मंत्रिमडल विस्तार के बाद प्रदेश के नए जल संसाधन और इंदिरा गांधी नहर परियोजना मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय ने कुर्सी सम्भालते ही एक्शन मोड में है। माही डैम से गुजरात जाने वाला नर्मदा नदी का पानी रोकने की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा अब एक बूंद भी नर्मदा का पानी गुजरात नहीं जाने दिया जाएगा। ये 40 टीएमसी पानी रोककर राजस्थान को ही दिया जाएगा। इससे डूंगरपुर-बांसवाड़़ा जिले के किसानों को बड़ा फायदा होगा। मालवीय ने पिछले मंत्री उदयलाल आंजना का नाम लिए बिना कहा कि मुझसे पहले वाले मंत्री और सरकार ने क्या किया, वो मेरा विषय नहीं है। मैं तो अपने टाइम पर जो जिम्मेदारी आई है उसे पूरा करने की कोशिश करूंगा।
बांसवाड़ा में होगा रोके गए पानी का इस्तेमाल
दरअसल, राजस्थान और गुजरात सरकार के बीच 10 जनवरी 1966 को एक समझौता हुआ था,जिसमें गुजरात सरकार ने माही बांध के निर्माण के लिए 55 फीसदी लागत का पैसा दिया। जिसके बदले गुजरात को 40 टीएमसी पानी देने पर सहमति हुई। साथ ही समझौते की शर्त थी कि जब नर्मदा का पानी गुजरात के खेड़ा जिले में पहुंच जाएगा,तब गुजरात राजस्थान के माही बांध का पानी काम में नहीं लेगा। उस पानी का इस्तेमाल राजस्थान में ही होगा। सालों पहले नर्मदा का पानी खेड़ा तक पहुंच चुका है, लेकिन इसके बावजूद उस समझौते की पालना नहीं हो रही है। गुजरात अब तक माही के पानी पर अपना हक जताता आ रहा है।