जयपुर: देश की आजादी को लेकर बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट का विवादित बयान “भीख में मिली आजादी” ने तूल पकड़ लिया है। राजस्थान में शुक्रवार को उनके खिलाफ चार शहरों में पुलिस से शिकायत दर्ज कीहै। जयपुर कोतवाली और जोधपुर के शास्त्रीनगर थाने में मुकदमा दर्ज भी हो गया है, जबकि उदयपुर के सुखेर थाने और चूरू कोतवाली की पुलिस शिकायतों की जांच कर रही है।
जयपुर में शहर महिला कांग्रेस ने कोतवाली थाने में रनोट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें आजादी के लिए शहीद हुए क्रांतिकारियों की प्रतिष्ठा का अपमान करने, संविधान के प्रति आस्था रखने वालों को आहत करने का आरोप लगाया गया है। महिला मोर्चा की अध्यक्ष रानी लुबाना ने शिकायत में बताया कि 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ और उस आजादी के लिए हजारों लोगों ने अपना बलिदान दिया। वो क्षण प्रत्येक आजाद भारतीय के लिए गौरवान्वित क्षण था। पूरी दुनिया ने भारत की आजादी देखी और शहीदों को आज भी सम्मान की नजर से देखता है। उन्होंने कहा, 10 नवंबर को फिल्म अभिनेत्री और पद्मश्री कंगना ने सार्वजनिक मंच पर यह बयान दिया कि 1947 में भारत को जो आजादी मिली वह आजादी नहीं एक भीख थी। असल आजादी साल 2014 में मिली है। अभिनेत्री के इस बयान से संविधान के प्रति आस्था रखने वालों लोगों को चोट पहुंची है। इस बयान से शहीद भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, महात्मा गांधी समेत तमाम शहीदों और क्रांतिकारियों का अपमान किया गया है।
पूरे देशभर में विरोध शुरू
कंगना के इस बयान को लेकर पूरे देशभर में विवाद हो गया है। कंगना अब कांग्रेस, एनसीपी समेत तमाम राजनीतिक पार्टियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं समेत आमजन के निशाने पर आ गई है। सोशल मीडिया पर कंगना के इन बयानों पर लोगों की जबर्दस्त प्रतिक्रिया आ रही है। इससे पहले कंगना महाराष्ट्र की आर्थिक राजधानी मुंबई पर दिए बयान को लेकर विवादों में आई थीं। तब कंगना ने मुंबई में रहने पर पीओके में रहने जैसा अहसास होने की बात कही थी।