जयपुर : जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लि. (जेसीटीएसएल) के कर्मचारियों ने गुरुवार को हड़ताल पर जाने का एलान किया है। इससे शहर में चलने वाली 280 से ज्यादा लो फ्लोर बसें बंद रहेगी। जेसीटीएसएल एम्पलॉय यूनियन का यह आंदोलन 7वें आयोग के तहत वेतनमान देने, एरियर, बोनस का भुगतान देने और कर्मचारियों को नियमित करने की मांग को लेकर है। कर्मचारियों के इस निर्णय से जयपुर शहर के करीब 2 लाख यात्रियों को परेशानी होगी। वहीं कर्मचारियों के इस हड़ताल के एलान के बाद जेसीटीएसएल प्रशासन ने कर्मचारियों को काम पर रहने के निर्देश दिए है। ऐसा नहीं करने वाले कर्मचारियों पर कार्यवाही करने की चेतावनी दी है।
मांगो के पूरा होने पर लौटेंगे कर्मचारी
जेसीटीएसएल प्रशासन ने कर्मचारी यूनियन से अब तक कोई वार्ता नहीं की, इसलिए कर्मचारियों में आक्रोश है। बसों की हड़ताल अगर आगे भी जारी रही तो 23 और 24 अक्टूबर को होने वाली पटवार परीक्षा के अभ्यर्थियों को भी परेशानी हो सकती है। यूनियन के अध्यक्ष विपिन चौधरी ने बताया कि 7वां वेतनमान देने और एरियर, बोनस का भुगतान हो तभी कर्मचारी काम पर लौटेंगे। इसके अलावा जो 8 साल से प्रोबेशन पर काम कर रहे है उनको नियमित किया जाए। उन्होंने बताया कि आगरा रोड स्थित बगराना डिपो पर कर्मचारियों से 8 घंटे से भी ज्यादा समय तक ड्यूटी करवाई जा रही है, यह व्यवस्था भी खत्म होनी चाहिए।
यूनियन का कहना है कि 7वें वेतनमान पर 25 लाख रुपए प्रतिमाह भार आएगा। यह राशि एक दिन के राजस्व जितनी है। एरियर से 15 करोड़ का भार आएगा, जबकि कंडक्टर प्रति माह 7 करोड़ का राजस्व ला रहे हैं। उन्होंने बताया कि साल 2013 में नियुक्त 44 कर्मचारी पिछले 8 साल से लगातार काम कर रहे है, लेकिन उनका प्रोबेशन अवधि अब तक पूरी नहीं की और इस कारण उनका नियमित भी नहीं हो पा रहा।