जयपुर : RSLDC रिश्वत प्रकरण में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने IAS नीरज के पवन को मुख्यालय में बुला करीब एक घंटे तक पूछताछ की है। ACB ने फर्मों को ब्लैक लिस्ट करने व हटाने के बाद भी टेंडर देने की प्रक्रिया को लेकर सवाल-जवाब किए। IAS नीरज के पवन ने ACB के काफी सवालों के जवाब नहीं दिए। IAS नीरज को जब्त हुए दोनों मोबाइलों के लॉक खोलने को कहा गया। हैरानी की बात है कि पवन ने लॉक खोलने से इनकार कर दिया।
ACB के डीजी बीएल सोनी ने बताया कि IAS नीरज के पवन को ACB हेड क्वार्टर बुलाया गया। उनसे RSLDC प्रकरण को लेकर पूछताछ की गई। उनसे फर्मों को ब्लैक लिस्ट करने की फाइलों, फंड जारी करने, फर्मों के टेंडर, बिलों के भुगतान से लेकर सीज हुई फाइल को लेकर जानकारी मांगी गई। उन्होंने जांच अधिकारी को कई सवालों के जवाब नहीं दिए। खास बात है कि ACB ने उन सवालों के जवाब भी मांगे जो IAS प्रदीप गावंडे से किए गए थे। दोनों के जवाबों का अब मिलान किया जाएगा।
ये है मामला
RSLDC में ACB ने मैनेजर राहुल गर्ग व कोर्डिनेटर अशोक सांगवान के साथ चार लोगों को 5 लाख की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। IAS नीरज के पवन व प्रदीप गावंडे के मोबाइल भी जब्त किए गए थे। इनके कमरे भी सील कर दिए गए थे। ACB को शिकायत मिली थी कि उसकी फर्म ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना और दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल विकास योजना में काम के 1.50 करोड़ रुपए के बिल पेडिंग है। उनसे बिल पास करने, फर्म को ब्लैक लिस्ट से हटाने, एक्सटेंशन एवं बैंक गारंटी जब्त नहीं करने की एवज में 6 लाख रुपए रिश्वत मांगी जा रही है। शिकायत मिलने के बाद ACB ने अधिकारियों के फोन सर्विलांस पर ले लिए थे। फिर ACB ने ट्रैप करने की कार्रवाई की।