जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में बढ़ते अपराधों पर भाजपा के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उल्टा केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा, लोकतंत्र में टोलरेंस पावर होना बहुत जरूरी है। दिल्ली में आज जो सरकार है उसमें ऐसा नहीं है। केंद्र सरकार का ईडी,सीबीआई, आईटी और ज्यूडिशरी पर दबाव है। लोगों मे डर है, उनके फोन टेप हो रहे हैं। पेगासस तो अब आया है, हम तो पिछले पांच साल से यह कह रहे हैं। किसी का फोन टेप करना डेमोक्रेसी में क्राइम है। इसकी सच्चाई भी सामने आएगी। गहलोत 15 नए पुलिस थानों के लोकार्पण और शिलान्यास के वर्चुअल समारोह में बोल रहे थे।
‘अपराध को लेकर बीजेपी वालों के आरोपों में कोई दम नहीं
गहलोत ने कहा, नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के आधार पर बीजेपी वाले आरोप लगाते हैं। बीजेपी वालों के आरोपों में कोई दम नहीं है। विभिन्न राज्यों में प्रचलित नीतियों का भी इस पर फर्क पड़ता है। अपराध में वृद्धि और अपराध पंजीकरण में बढ़ोतरी में अंतर है। इस दौरान गहलोत ने पुलिस को सुझाव देते हुए कहा, डेमोक्रेसी में सिफारिश तो आएंगी, लेकिन सिफारिश उसकी मानो जिससे पीडि़त पक्ष को न्याय मिले। बीजेपी राज में 2017 -18 में 30 फीसदी महिलाओं को रेप के मामले दर्ज करने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ता था, थानों में सुनवाई होती नहीं थी। यह आंकड़ा अब 15 फीसदी पर आ गया है।
जिला पुलिस को गहलोत की नसीहत
गहलोत ने कहा, सभी शिकायतों का जिलों में ही निपटारा हो जाए। जयुपर तक शिकायत नहीं आए। जिले से बाहर शिकायत जाती है तो समझिए एसपी के सिस्टम में खामी है।
गहलोत ने कहा, रेप के मामलों में जब तक समाज का नजरिया नहीं बदलता, तब तक अकेली पुलिस कुछ नहीं कर सकती।