जयपुर: रमजान के महीने में मुस्लिम बहुल इलाकों में बिजली कटौती नहीं करने के बिजली वितरण कंपनी के आदेश पर सियासत शुरू हो गई है। बीजेपी और हिंदूवादी संगठनों ने डिस्कॉम के आदेश को धर्म विशेष का तुष्टिकरण करार दिया है। 1 अप्रैल को जोधपुर डिस्कॉम और 4 अप्रैल को जयपुर डिस्कॉम ने ये आदेश जारी किया था। दोनों आदेश में 4 अप्रैल से शुरू हो रहे रमजान के महीने में रोजेदारों की परेशानी का हवाला देते हुए मुस्लिम बहुल इलाकों में बिजली कटौती नहीं करने और बिना बाधा सप्लाई करने के निर्देश दिए गए हैं। उधर, विवाद बढ़ने के बाद जोधपुर डिस्कॉम ने आदेश से मुस्लिम बहुल इलाकों और रमजान शब्द हटा दिए हैं।
डिस्कॉम के इस आदेश पर बीजेपी ने ट्वीट किया-‘ भीषण गर्मी में बिजली संकट से जूझ रहे राजस्थान में कटौती करने को तैयार कांग्रेस सरकार ने रमजान में ‘मुस्लिम बहुल क्षेत्रों’ में बिजली कटौती न करने का आदेश जारी कर दिखा दिया है कि तुष्टिकरण क्या होता है। गहलोत जी, नवरात्रि भी तो चल रहा है। ऐसा आदेश हिंदुओं के लिए क्यों नहीं?
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता का ट्वीट- इस तरह भेदभाव क्यों?
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट किया- करौली दंगे के मुख्य आरोपी कांग्रेसी पार्षद मतलूब अहमद का शर्मनाक तरीके से बचाव करने और उसे गिरफ्तार नहीं करने के बाद गहलोत सरकार का तुष्टीकरण का एक और कारनामा सामने आया है। रमजान में मुस्लिम बहुल इलाकों में पावर कट नहीं। नवरात्रि पर क्या हिंदुओं के लिए भी कोई ऐसा आदेश निकाला? इस तरह भेदभाव क्यों?
डिस्कॉम ने राज्य मंत्री जाहिदा खान की मांग पर निकाला आदेश
शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान ने चिट्ठी लिखकर रमजान में मुस्लिम बहुल इलाकों में बिजली कटौती नहीं करने का आदेश जारी करने की मांग की थी। जाहिदा खान ने इसके लिए उर्जा मंत्री भंवरसिंह भाटी को चिट्ठी लिखी थी। इसके बाद डिस्कॉम ने रमजान में बिजली कटौती नहीं करने का आदेश जारी कर दिया। जयपुर डिस्कॉम ने जाहिदा खान की चिट्ठी का हवाला दिया है।
डिस्कॉम के आदेश पर विवाद होने पर अब ऊर्जा मंत्री भंवरसिंह भाटी और डिस्कॉम एमडी ने तर्क दिया है कि इस तरह के आदेश हर बार निकलते हैं। डिस्कॉम एमडी ने कहा- हमारा काम अच्छी क्वालिटी की बिजली सप्लाई करना है। हर साल हम दिवाली-होली सहित हर धर्म के पर्वों और मेलों से पहले भी निर्बाध बिजली सप्लाई के आदेश निकालते हैं। किसी भी वर्ग से मांग आती है तो आदेश निकाले जाते हैं।