जयपुर। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस व पेट्रोलियम वीनू गुप्ता ने कहा है कि माइनिंग सेक्टर की भूमिका और अहमियत को इसी से समझा जा सकता है कि आज टेक्नोलोजिकल एडवांसमेंट, एनर्जी सिक्योरिटी और ससटेनेबल इकोनोमिक ग्रोथ की माइनिंग सेक्टर के बिना कल्पना ही नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि सही मायने मेें आधुनिक सभ्यता की बेकवोन है माइनिंग सेक्टर।
एसीएस माइंस वीनू गुप्ता शुक्रवार को होटल मैरियट में माइनिंग, ऑयल और गैस कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि सभ्यता के विकास मेें आग की खोज के बाद दूसरी बड़ी खोज मेटालिक टूल्स की रही है जो कि सीधे सीधे माइंनिंग सेक्टर से जुड़ी है। उन्होंने कहा राजस्थान में विपुल खनिज संपदा है। उन्होंने कहा कि एक और जहां राजस्थान में बहुमूल्य मेजर व माइनर मिनरल्स के डिपोजिट्स हैं वहीं लाईम स्टोन के विपुल भण्डार के कारण राजस्थान सीमेंट हब बन चुका है। पोटाश के डिपोजिट्स मिलने से विदेशों से आयात पर निर्भरता कम होगी। चुरु और करौली में पोटाष के कंपोजिट लाइसेंस के लिए नीलामी प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। रिकार्ड राजस्व अर्जन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि गत वित्तीय वर्ष में 7000 करोड़ का रेकार्ड राजस्व अर्जित किया गया है व इस साल नया रेकार्ड बनाया जाएगा।
गुप्ता ने चुनौतियों की चर्चा करते हुए कहा कि सेक्टर के सामने पर्यावरण संतुलन और स्वास्थ्य सेक्टर की चुनौतियां है। माइनिंग की धुनिक तकनीक के उपयोग और सघन पौधारोपण से इससे निपटा जा सकता है वहीं सिलिकोसिस की बीमारी को लेकर सरकार गंभीर है। उन्होंने कहा कि हमें पर्यावरण, स्वास्थ्य और विकास में समन्वय बनाना होगा।
जम्मू कश्मीर यूटी की माइंस सचिव रश्मी सिंह ने कहा कि लिथियम की खोज ने जेके को नई पहचान दी है। जेके में श्रेष्ठ गुणवत्ता के सफायर की किश्तवाड में डिपोजिट को देखते हुए एमईसीएल के साथ करार किया गया है। उन्होंने बताया कि जेके में भी मिनरल्स के भण्डार है पर अभी काफी काम किया जाना है।
निदेशक माइंस संदेश नायक ने बताया कि कृषि के बाद सर्वाधिक रोजगार माइनिंग सेक्टर उपलब्ध करा रहा है। राजस्थान मिनरल्स की दृष्टि से संपन्न प्रदेश है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में खनिज खोज व खनन को गति देने का परिणाम है कि इस साल 61 मेजर मिनरल्स ब्लॉक की ई-नीलामी की तैयारी के साथ नीलामी प्रक्रिया जारी है। 130 माइनर मिनरल ब्लॉक की नीलामी प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि माइनिंग ब्लॉक नीलामी का नया रेकार्ड बनाया जा रहा है वहीं इससे अवैध खनन पर रोक के साथ ही रोजगार व राजस्व में बढ़ोतरी संभव है।
नायक ने आरएसएमईटी की चर्चा करते हुए कहा कि इससे माइनिंग एक्सप्लोरेशन के कार्य को नई गति मिली है और विपुल संभावनाएं सामने आ रही है। 25 सीमेंट फेक्ट्री राजस्थान में उत्पादन कर रही है और दो नई सीमेंट फैक्टरियां लगने जा रही है। उन्होंने बताया कि माइनिंग व पेट्रोलियम क्षेत्र विकास की नई गाथा लिख रहे हैं।
एनएलसी के एम प्रसन्न कुमार एनर्जी स्टोरेज सिस्टम और ग्रीन ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम की आवश्यकता प्रतिपादित की। विशेष सत्र को संबोधित करते हुए एसीएस पीएचईडी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने एआई चेट पर विस्तार से चर्चा करते हुए भावी संभावनाओं की और इशारा किया। उन्होंने एआई के दौर में मानवीय संवेदनाओं की चर्चा की। उन्होंने सोशियल मीडिया की ताकत और तकनीक में तेजी से बदलाव आ रहा है और उसे हमें आत्मसात करना होगा। कार्तिक शर्मा ने प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
जेसीटीएसएल के सीएमडी अजिताभ शर्मा ने तकनीकी सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रीन एनर्जी के दौर में रिन्यूवल एनर्जी और प्राकृतिक गैस को बढ़ावा देना होगा। उन्होंने कहा कि देश दुनिया मे तेजी से बदलाव आ रहा है और उसके अनुसार ही आगे बढ़ना होगा। आरएसजीएल के एमडी रणवीर सिंह ने सीएनजी व पीएनजी की आवश्यकता व महत्व पर चर्चा की।
तकनिकी सत्रों में रोल ऑफ हाइड्रोकार्बन रिसोर्सेज फार इंडियाज एनर्जी सिक्योरिटी-अवसर एवं चुनौतियां, ससटेनेबल माइनिंगः ट्रेंड्स एण्ड आइडियाज इन माइंस एण्ड मिनरल सेक्टर, सीमलेस गैस ड्रिस्ट्रीब्यूशन एण्ड पाइपलाईन नेटवर्क, ससटेनेबल माइनिंग डवलपमेंट-प्रमोटिंग ईएण्डपी, इनोवेशन व फायनेसिंग, रिफाइनरी ऑफ द फ्यूचर- इंवेस्टमेंट एण्ड एक्सपेंशन सत्र में विशेषज्ञों द्वारा मंथन किया गया।