जयपुर : जयपुर जिला परिषद में नया बोर्ड बनने के बाद हुई पहली साधारण सभा में जोरदार हंगामा हुआ। उप जिला प्रमुख मोहन डागर की कुर्सी को लेकर कांग्रेस ने हंगामा किया। कांग्रेस सदस्य उप जिला प्रमुख डागर की कुर्सी जिला प्रमुख के पास ऊपर नहीं लगाने पर भड़क गए और वैल में आकर हंगामा करने लगे। इस दौरान भाजपा के सदस्य भी जिला प्रमुख रमा देवी के बचाव में उतर गए।
बता दे कि, ये पूरा विवाद कुर्सी जिला प्रमुख के बगल में नहीं लगाने को लेकर हुआ है। उप जिला प्रमुख मोहन डागर और कांग्रेस के सदस्यों का आरोप था कि जिला प्रमुख और प्रशासन 15 साल से ज्यादा पुरानी परम्परा को तोड़ रहे है। पिछले 15 साल से साधार सभा में उप जिला प्रमुख की कुर्सी जिला प्रमुख के साथ लगती है और दोनों साथ बैठकर बैठक का संचालन करते है। इस पर जिला प्रमुख रमा देवी ने पुरानी परम्पराओं में बदलाव का हवाला दिया और कहा कि पहले महिलाएं घूंघट में ही रहती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। परम्पराएं धीरे-धीरे जरूरत के अनुरूप बदलती है।
नई सड़कों का प्रस्ताव हंगाम के बीच हुआ पास
उप जिला प्रमुख की कुर्सी को लेकर करीब आधे घंटे तक हंगामा चलता रहा। इस बीच जिला प्रमुख रमा देवी ने बैठक में रखे गए केवल एक ही एजेंड़ा काे पढ़ा और उसे पास करने के लिए वोटिंग करवाई। जिसमे भाजपा के तमाम सदस्यों ने प्रस्ताव को पास करने पर सहमति जताई और उसके बाद बैठक को स्थगित कर दिया गया। इस प्रस्ताव में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के थर्ड फेज के तहत जयपुर ग्रामीण इलाकों में 148 किलोमीटर की नई सड़कों का निर्माण करना है।
जिला परिषद सीईओ का माइक छीना
हंगामे के दौरान कांग्रेस के सदस्य वैल में आ गए और मेयर के पास बैठी जिला परिषद सीईओ का माइक छीन लिया। हंगामा बढ़ता देख कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने सदस्यों से समझाइश करने का प्रयास भी किया, लेकिन कांग्रेसी सदस्य नहीं माने। इसके बाद कलेक्टर और सीईओ दोनों प्रस्ताव पास करवाने के बाद बैठक छोड़कर चले गए। इसके बाद जिला प्रमुख ने भी बैठक को स्थगित कर दिया।