जयपुर : पुलिस ने REET परीक्षा में डमी कैंडिडेट बनकर बैठने जा रहे स्कूल लेक्चरर को गिरफ्तार किया है। वह मूल अभ्यर्थी से मिलती-जुलती फोटो को एडिट करके एडमिट कार्ड पर लगाकर पहुंचा था। परीक्षा देने का सौदा 15 लाख रुपए में हुआ था। वह एक लाख रुपए एडवांस ले चुका था। पुलिस को प्रवेश पत्र, आधार कार्ड और फर्जी प्रवेश कार्ड भी बरामद हुआ है।
डीसीपी प्रहलाद कृष्णियां ने बताया कि मनोहर लाल बिश्नोई (25) पुत्र हरूराम बिश्नोई निवासी सांचौर, जालौर को गिरफ्तार किया है। वह ग्रेड फर्स्ट का स्कूल लेक्चरर है। वह महेश नगर में श्रीगोपाल नगर में 60 फीट रोड पर किराए के मकान में रहता है। एसओजी जयपुर से बजाज नगर इंस्पेक्टर रमेश सैनी को सूचना मिली कि एक युवक को रीट में डमी कैंडिडेट बनाकर परीक्षा दिलाई जाएगी। बजाज नगर में गोपालपूरा पुलिया के पास युवक के मिलने की सूचना मिली। तब पुलिस ने मनोहर लाल को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस जांच में पता चला कि डमी कैंडिडेट बनने के लिए मनोहरलाल ने 15 लाख रुपए में सौदा किया था। तलाशी में उसके पास से रीट कैंडिडेट का प्रवेश पत्र व आधार कार्ड की कॉपी मिली। उसके मोबाइल में वॉट्सऐप चैटिंग भी मिली है।
आरोपी मनोहर ने पुलिस को बताया कि वे कैंडिडेट से वॉट्सऐप पर कॉल करके सौदा कर लेते हैं। सौदेबाजी का काम एडमिट कार्ड जारी होते ही शुरू हो जाता है। कैंडिडेट से मिलते-जुलते बालों और चेहरे की फोटो एडमिट कार्ड पर लगाते हैं। फिर आराम से सेंटर पर जाकर गर्दन नीचे करके परीक्षा देते रहते हैं। वह परीक्षा देने से एक दिन पहले ही पकड़ में आ गया।
जयपुर पुलिस का दावा है कि मनोहर लाल ने ई-मित्र पर जाकर फोटो एडिट करके कार्ड तैयार किया था। उसने भी कॉलेज व्याख्याता की परीक्षा दी थी। उसने मूल अभ्यर्थी से 15 लाख रुपए में डील की थी। उसने एक लाख एडवांस रुपए भी ले लिए थे। 8 लाख रुपए परीक्षा देने से पहले और 6 लाख रुपए सिलेक्शन होने पर देने की बात हुई थी। उसके मोबाइल में भी पेपर से संबंधित चैटिंग के सबूत मिले हैं।