मुंबई : देश में बड़ी बजट की हिंदी फिल्मों के फिर से प्रदर्शन का रास्ता साफ करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने शनिवार को राज्य के सभी सिनेमाघरों को 22 अक्टूबर से खोले जाने का एलान कर दिया। कोरोना की दूसरी लहर के बाद से बंद चल रहे राज्य के सिनेमाघरों के बंद होने से करीब एक दर्जन मेगा बजट फिल्मों की रिलीज अटकी हुई थी। पेन स्टूडियोज के चेयरमैन जयंतीलाल गडा और फिल्म निर्माता निर्देशक रोहित शेट्टी की अगुआई में मुंबई के फिल्म निर्माताओं के अलावा देश की बड़ी थिएटर श्रृंखलाओं के प्रबंधन से जुड़े शीर्ष अधिकारियों ने शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। इस दौरान फिल्म इंडस्ट्री के हालात समझने के लिए ठाकरे ने प्रदेश के तमाम वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस बैठक में बुला रखा था।
बैठक में मौजूद लोगों के मुताबिक इस दौरान उद्धव ठाकरे ने फिल्म जगत के प्रतिनिधियों से विस्तार से उनकी दिक्कतों के बारे में समझा। इन लोगों ने मुख्यमंत्री को बताया कि बिना महाराष्ट्र के सिनेमाघर खुले हिंदी फिल्म जगत में काम करने वाले लाखों लोगों का रोजगार जारी रखना मुश्किल हो सकता है। फिल्मों के निर्माण से लेकर वितरण और प्रदर्शन तक लाखों परिवारों की रोजी रोटी इन फिल्मों की रिलीज से जुड़ी है। फिल्म प्रतिनिधियों ने इसके पहले शिवसेना सांसद संजय राउत से इस बारे में विस्तार से अपनी समस्याएं साझा की थीं।
फिल्म प्रतिनिधियों की समस्याएं सुनने और इस बारे में राज्य के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा करने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के सभी सिनेमाघरों को 22 अक्टूबर से खोलने की अनुमति दे दी। इस बारे में पहले से पूरी तैयारी करने और मानक संचलन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन किए जाने के निर्देश भी उन्होंने दिए। सिनेमाघरों को खोलने के लिए मानक संचलन प्रक्रिया से जुड़े निर्देश राज्य के प्रशासनिक अधिकारी जल्द ही जारी करेंगे। महाराष्ट्र सरकार ने बीते दिन राज्य के स्कूलों को 4 अक्टूबर से और धार्मिक स्थानों को 7 अक्टूबर से खोलने के निर्देश जारी किए थे।