जयपुर : जयपुर के आराध्यदेव गोविंददेवजी मंदिर के श्रद्धालुओं से जुड़ी खबर है। 5 महीने से ज्यादा समय के अंतराल के बाद मंदिर प्रशासन ने मंगला और शयन आरती में आमजन को प्रवेश देने का निर्णय किया है। इस तरह मंदिर में 22 सितम्बर से श्रद्धालु सभी 7 झांकियों के दर्शन कर सकेंगे। मंगला आरती का समय सुबह 5 से 5:15 बजे तक रहेगा। गोविंद देव जी मंदिर प्रबंधन के मुताबिक रविवार को छुट्टी के चलते मंदिर को बंद रहेगा। साथ ही मंदिर प्रबंधन ने भक्तों से अपील की है कि वे ही भक्त मंदिर में दर्शन करने आए, जिन्होंने कोरोना से बचाव की वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हो।
गोविंददेवजी मंदिर में सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ मंगला आरती में ही रहती है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु सुबह-सुबह 5 बजे दर्शन के लिए मंदिर पहुंच जाते है, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर 16 अप्रैल को रोक लगा दी थी। दूसरी लहर का असर कम होने के बाद मंदिर प्रशासन ने 2 अगस्त से मंदिर तो खोल दिए, लेकिन उसमें मंगला और शयन आरती के दौरान श्रद्धालुओं के प्रवेश को बंद रखने का निर्णय किया था। चूंकि अब कोरोना की दूसरी लहर का असर बहुत कम हो चुका है और जयपुर समेत पूरे प्रदेश में कोरोना के नये केस भी कम आने लगे है। इसे देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने मंगला और शयन आरती में भी श्रद्धालुओं के आने पर लगी पाबंदी को हटा दिया है।
ये रहेगा दर्शनों का समय
गोविंद देव जी मंदिर में सुबह 5 बजे से लेकर रात 8:15 बजे तक 7 झांकिया होती है। मौजूदा समय में मंदिर प्रबंधन ने सुबह 5 से 5.15 तक होने वाली मंगला झांकी और रात 8 से 8:15 बजे तक होने वाली शयन झांकी के दौरान श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर रखा है। इसके अलावा सुबह 7:45 से 9 बजे तक धूप झांकी, 9:30 बजे से 10:15 बजे तक श्रृंगार झांकी, सुबह 11 से 11:30 बजे तक राजभोग, शाम 5 से 5:30 बजे तक ग्वाल झांकी और शाम 5:45 से 7 बजे तक संध्या झांकी में ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाता है।